
अमेरिका द्वारा पनामा निर्वासित किए गए 12 भारतीय नागरिक रविवार शाम लैटिन अमेरिकी देश से भारत लौट आये. अधिकारियों ने जानकारी दी कि निर्वासित लोग नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरे. यह निर्वासन के बाद पनामा से लौटने वाले भारतीयों का पहला जत्था है. ऐसा माना जा रहा है कि ये 12 भारतीय उन 299 अप्रवासियों में शामिल हैं, जिन्हें कुछ दिन पहले अमेरिका ने पनामा निर्वासित किया था.
इससे पहले अप्रवासियों के खिलाफ डोनाल्ड ट्रंप सरकार की कार्रवाई के बीच पांच, 15 और 16 फरवरी को भारतीय अप्रवासियों के तीन जत्थों को अमेरिका से वापस भेजा गया था. इसमें लगभग 332 भारतीय नागरिक शामिल हैं, जिनको अमेरिका ने निर्वासित किया था.
12 भारतीय नागरिक पहुंचे स्वदेश
दरअसल अमेरिका से पनामा भेजे गए 12 भारतीय नागरिकों को लेकर एक विमान रविवार शाम नई दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर पहुंचा. अमेरिकी धरती में घुसने की कोशिश कर रहे लगभग 299 अअप्रवासियों को निर्वासित करने के बाद यह पनामा से स्वदेश भेजे जाने वाले भारतीयों के पहला बैच है. पनामा और कोस्टा रिका निर्वासित प्रवासियों की स्वदेश वापसी की सुविधा के लिए अमेरिका के साथ काम कर रहे हैं. इस प्रयास के हिस्से के रूप में, अमेरिका विभिन्न एशियाई देशों से गैर-दस्तावेज प्रवासियों को स्थानांतरित कर रहा है.
इस्तांबुल होते हुए दिल्ली पहुंचे
बता दें कि ये 12 भारतीय नागरिक तुर्किश एयरलाइंस की फ्लाइट से इस्तांबुल होते हुए दिल्ली पहुंचे हैं. इनमें से 4 पंजाब से, 5 हरियाणा से और 3 उत्तर प्रदेश के निवासी हैं. पंजाब के अलग-अलग जिलों के रहने वाले चारों लोगों को एक फ्लाइट से अमृतसर भेज दिया गया है. अब पनामा में मौजूद 299 लोगों में से कितने भारतीय थे, इसकी जानकारी अभी नहीं है. राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो के इस बात पर सहमत होने के बाद कि पनामा निर्वासितों के लिए एक ‘पुल’ देश बनेगा, ये लोग पिछले हफ्ते तीन विमानों से पनामा पहुंचे थे.
क्या बोला विदेश मंत्रालय?
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि वो इस बात की जांच कर रहे हैं कि पनामा में मौजूद निर्वासित लोग भारतीय नागरिक हैं या नहीं. MEA के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि एक बार सत्यापन होने के बाद, इन भारतीय नागरिकों की घर वापसी की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा कि एक बार जब हम पूरी तरह से पुष्टि कर लेंगे, तब हम इन भारतीय नागरिकों को वापस लाने का इंतजाम करेंगे.