Stock market : फरवरी में शेयर बाजार से निकले 23,710 करोड़ रुपये, पिछले महीने के मुकाबले संभली स्थिति..

Stock market : विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने फरवरी महीने के पहले 21 दिनों में भारतीय शेयरों से 23,710 करोड़ रुपये निकाले हैं। इससे पहले जनवरी महीने में उन्होंने 78,027 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे।यह आंकड़ा निवेशकों के बीच कुछ अनिश्चितता और बाजार में उतार-चढ़ाव को दर्शाता है, जिससे एफपीआई की बिक्री प्रभावित हो रही है।

पिछले काफी समय से शेयर बाजार में लगातार गिरावट का दौर जारी है। विशेषज्ञों का मानना है कि, बाजार में लगातार हो रही गिरावट के पीछे की वजह विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों द्वारा लगातार की जा रही पैसे के निकासी है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने अबतक भारतीय शेयर बाजार से 23,710 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की है। इस तरह 2025 में अबतक एफपीआई भारतीय शेयरों से एक लाख करोड़ रुपये से अधिक निकाल चुके हैं।

ये भी पढ़ें…British star Mark Strong And Tabu : अभिनेत्री तब्बू के जबरा फैन मुंबई में तब्बू से साथ बिताए कुछ पल…

पिछले महीने के मुकाबले इस महीने संभली स्थित
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने (21 फरवरी तक) भारतीय शेयरों से 23,710 करोड़ रुपये निकाले हैं। जबकि पिछले जनवरी में उन्होंने 78,027 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे। साल 2025 में अबतक एफपीआई 1,01,737 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं। इतनी जबरदस्त बिकवाली के चलते निफ्टी ने भी चार प्रतिशत का नकारात्मक रिटर्न दिया है।

ये भी पढ़ें…Prayagraj News : अगले चार दिन महत्वपूर्ण, अफसरों ने संभाली कमान…

बॉन्ड बाजार से भी निकासी
समीक्षाधीन अवधि में एफपीआई ने ऋण या बॉन्ड बाजार से भी निकासी हुई है। उन्होंने बॉन्ड में सामान्य सीमा के तहत 7,352 करोड़ रुपये और स्वैच्छिक प्रतिधारण मार्ग से 3,822 करोड़ रुपये निकाले हैं। कुल मिलाकर विदेशी निवेशकों सतर्क रुख अपना रहे हैं। एफपीआई का 2024 में भारतीय बाजार में निवेश काफी कम होकर 427 करोड़ रुपये रहा था। इससे पहले 2023 में उन्होंने भारतीय बाजार में 1.71 लाख करोड़ रुपये डाले थे, जबकि 2022 में वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में आक्रामक वृद्धि के बीच 1.21 लाख करोड़ रुपये की निकासी की थी।

ये भी पढ़ें..Kushinagar News: सांसद ने भड़सर खास में रखी नए बिजलीघर की आधारशिला…

ट्रंप की नीतियों ने डाला असर 
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कई देशों पर जवाबी शुल्क के साथ-साथ इस्पात और एल्युमीनियम के आयात पर नए शुल्क लगाने पर विचार करने की रिपोर्ट के बाद बाजार की चिंताएं बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि इन घटनाक्रमों ने संभावित वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंकाओं को फिर से जगा दिया है, जिसने एफपीआई को भारत सहित उभरते बाजारों में अपने जोखिम का पुनर्मूल्यांकन करने के लिए प्रेरित किया है। 

ये भी पढ़ें..Orai Murder : वृद्ध व्यक्ति की कुल्हाड़ी से काटकर हुई हत्या,जानें क्या रही इसकी पीछे की वजह..

बाजार का रुख- ‘भारत में बेचो और चीन में खरीदो रुख’
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के विजयकुमार ने कहा कि ट्रंप की राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद अमेरिका बाजार में शेष दुनिया से भारी पूंजी का प्रवाह हो रहा है। उन्होंने कहा, चूंकि चीन के शेयर सस्ते हैं ऐसे में ‘भारत में बेचो और चीन में खरीदो’ का रुख अभी जारी रह सकता है। विजयकुमार का मानना है कि भारत में एफपीआई निवेश का पुनरुद्धार तब होगा जब आर्थिक वृद्धि और कंपनियों की आय में सुधार होगा। इसके संकेत दो से तीन माह में मिलने की उम्मीद है।

ये भी पढ़ें…Unnao News : लाश का हाल देख कांप गए लोग..

Related Articles

Back to top button