बरेली निवासी दो लोगों के खातों में संदिग्ध तरीके से करीब 14 लाख रुपये का लेनदेन किया गया। इन खातों के बारे में वित्त मंत्रालय से पुलिस को मिली संदेहास्पद लेनदेन की रिपोर्ट के बाद सीओ तृतीय ने जांच की। एसएसपी के आदेश पर इज्जतनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
रामगंगा नगर कॉलोनी निवासी अलफिया और प्रेम सिंह के खातों के बारे में वित्त मंत्रालय की ओर से एसएसपी बरेली को रिपोर्ट भेजी गई। रुपये का स्रोत संदिग्ध होने पर एसएसपी ने सीओ तृतीय से जांच कराई तो पता लगा कि प्रेमसिंह के खाते में साइबर ठगी के दो से तीन ट्रांजेक्शन हुए हैं। रकम करीब चार लाख है। जिनके खाते से रकम आई थी, उनसे पूछताछ में पुष्टि के बाद इज्जतनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
वहीं अलफिया नाम की महिला उस पते पर नहीं मिली जो रिकॉर्ड में दर्ज था। दो साल से इस खाते में नया लेनदेन नहीं हुआ है लेकिन 2022 में खाते में करीब दस लाख का लेनदेन हुआ है। इस मामले में भी रिपोर्ट दर्ज कर रुपये के स्रोत की जांच की जा रही है। पुलिस को अंदेशा है कि दोनों खातों का इस्तेमाल कालेधन को सफेद में करने के लिए किया गया है। पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी टीम गठित की गई है। टीम दोनों खातों में हुए लेनदेन की जांच करेगी और नेटवर्क की तलाश करेगी।
हवाला कारोबार और टेरर फंडिंग से तार जुड़े होने की आशंका
दोनों खातों में जो रुपये का लेनदेन हुआ तो संदिग्ध वित्तीय लेनदेन की रिपोर्ट में पुलिस को यह सबूत मिले कि खातों में डाले गए रुपये का स्रोत संदिग्ध हैं। आशंका जताई जा रही है कि दोनों खाताधारक किसी सिंडीकेट के संपर्क में हैं जो अपने कालेधन को सफेद करने के लिए लोगों के खातों का इस्तेमाल करते हैं और खाताधारक को बदले में कमीशन भी देते हैं।
हवाला कारोबारी और टेरर फंडिंग से जुड़े लोग दूर देशों या शहरों में बैठकर खातों में ऑनलाइन रुपये डालते हैं जबकि उनके नेटवर्क के अन्य लोग नकदी प्राप्त कर गलत कामों में रुपये लगाते हैं। इसके लिए बडा़ नेटवर्क काम करता है। इस तरह के अन्य खाताधारको को भी पुलिस तलाश रही है जिनके खातों में करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ है। साल 2019 में इज्जतनगर क्षेत्र के गांव से लखीमपुर पुलिस ने बडा़ गिरोह पकड़ा था जो टेरर फंडिंग के लिए काम करता था।
नेपाल में हवाला कारोबारियों की जड़
हवाला कारोबार से जुड़े लोगों का ठिकाना नेपाल में भी है। नेपाल में बैठे हवाला धंधेबाज पश्चिमी यूपी के जिलों में अपना नेटवर्क फैला रहे हैं। वह बोगस कंपनी और फर्म के चालू खातों में लेनदेन के लिए लोगों से संपर्क करते हैं। इस तरह के खातों में बड़े लेनदेन किए जाते हैं इसलिए इस पर पुलिस की नजर भी कम रहती है। हवाला कारोबारी और टेरर फंडिंग से जुड़े लोग इन खातों का इस्तेमाल कालेधन को सफेद करने के लिए करते हैं। बदले में खाताधारक को मोटा कमीशन देते हैं।
इज्जतनगर थाने में जिन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है, वह हवाला धंधेबाजों से जुडे़ हो सकते हैं। पुलिस की जांच में बडे़ नेटवर्क का खुलासा हो सकता है। बता दें कि खाताधारकों को झांसे में लेकर उनके खाते का इस्तेमाल किया जाता है, इससे उन्हें पता ही नहीं चलता है कि उनके खाते में क्या हो रहा है। पुलिस की जांच में सच्चाई से पर्दा उठेगा।
सीओ तृतीय देवेंद्र कुमार ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर दो खातों में हुए संदिग्ध लेनदेन की जांच कराई गई है। इसमें गड़बड़ी मिलने पर जांच रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसे उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा।