Mahakumbh:वीआईपी प्रोटोकॉल 500, घाट से संगम पहुंच रहे 2500 श्रद्धालु !

Mahakumbh: कुंभ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी अधिक हो गई कि घाट से संगम तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को दो-दो घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। वीआईपी प्रोटोकॉल के तहत 500 श्रद्धालु को प्राथमिकता मिल रही है, जबकि सामान्य श्रद्धालुओं को भारी भीड़ के कारण लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। प्रशासन के अनुसार, प्रत्येक दिन संगम में स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जिससे घाट से संगम तक जाने का रास्ता जाम हो गया है। वीआईपी श्रद्धालुओं को एक विशेष प्रोटोकॉल के तहत जल्द संगम पहुंचाया जा रहा है, जबकि सामान्य श्रद्धालुओं को दो घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। यह स्थिति श्रद्धालुओं के लिए असुविधाजनक बन गई है, लेकिन प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े उपाय किए हैं। सुरक्षा बल और प्रबंधन टीम्स लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना न हो। श्रद्धालु अपने श्रद्धा भाव से इस इंतजार को सहन कर रहे हैं और संगम में स्नान करने के लिए उत्साहित हैं।

ये भी पढ़ें..Kushinagar News : शादी में डांस करने पर विवाद,दोनों पक्ष आपस में भिड़े!

महाकुंभ में प्रतिदिन 500 से अधिक वीआईपी प्रोटोकॉल जारी हो रहा है। जबकि, 2500 से अधिक लोग सिफारिश पर वीआईपी घाट पर स्नान करने के पहुंच रहे हैं। वीआईपी एवं अन्य के लिए बीस मेला प्राधिकरण और जल पुलिस और 30 किराये पर नाव लगाई गई है। इसमें जिनकी सिफारिश तगड़ी है, उन्हें तुरंत नाव की सवारी मिल जाती और जिनकी नहीं है उन्हें ज्यादा समय तक प्रतीक्षा करनी पड़ती है। वीआईपी घाट पर कुछ ऐसे लोग सक्रिय हैं जो लोगों से हजार से लेकर दो हजार की वसूली कर सेटिंग से पुलिस बैरियर पार करा देते हैं।

ये भी पढ़ें..Kushinagar News : शादी में डांस करने पर विवाद,दोनों पक्ष आपस में भिड़े!

सुरक्षाकर्मी भी जाते हैं संगम..

वीआईपी के साथ गनर एवं सुरक्षाकर्मियों के संगम तक जाने का नियम नहीं है। जल पुलिस एवं मेला के अधिकारी बार-बार माइक से कहते भी हैं कि गनर एवं सुरक्षाकर्मी वीआईपी के साथ संगम तक न जाएं, नाव से उतरें, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं हैं। उन्हें वीआईपी मोबाइल देकर फोटो और वीडियो बनवा रहे हैं।तिरुपति से आईएएस श्यामल राव 14 लोगों के साथ स्नान करने वीआईपी घाट आए, उनका प्रोटोकॉल भी जारी किया गया था। एक घंटे तक उन्हें नाव के इंतजार में प्रतीक्षा करनी पड़ी। इस दौरान उनके पास कई दलाल आए जो पैसे देने पर नाव उपलब्ध कराने का दावा किए। लेकिन उन्होंने मना कर दिया।ओडिशा से आए श्रद्धालु महेश का कोई प्रोटोकॉल नहीं था। वह नाव से संगम पर जाकर स्नान करना चाहते थे। थोड़ी देर में एक दलाल से उनकी मुलाकात हो गई, उसने दस मिनट में ही एक हजार लेकर उन्हें नाव में बैठा दिया।इंदौर से आए चेतन शर्मा ने बताया कि उनके साथ पांच लोग थे। संगम स्नान के लिए प्रति व्यक्ति एक हजार रुपये दिए तो बोट से जाने का इंतजाम हो गया। उन्होंने बताया कि सेटिंग करने के लिए गेट पर कुछ लोग घूम रहे होते हैं। अगर कहीं कोई वसूली कर रहा है तो गलत हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Related Articles

Back to top button