देवानाडा गांव के सरकारी स्कूल में खेलते-खेलते तीन छात्राएं वाटर टैंक में गिरी तीनों की मौत

राजस्थान के बीकानेर जिले के नोखा क्षेत्र स्थित देवानाडा गांव के सरकारी स्कूल में दिल दलहा देने वाला हादसा हुआ. मंगलवार सुबह करीब 11 बजे स्कूल के तीन छात्राएं खेलते-खेलते स्कूल परिसर में बने वाटर टैंक में गिर गईं. तीनों छात्राओं को बचाने के लिए बहुत प्रयास किए गए, लेकिन वे पानी के अंदर बुरी तरह से दब गई थीं और उनकी मौत हो गई.

स्कूल में 8 साल की प्रज्ञा, 9 साल की भारती और 8 साल की रवीना अपने दोस्तों के साथ खेल रही थीं. खेलते-खेलते वे स्कूल के वाटर टैंक पर चढ़ गईं. अचानक टैंक के ऊपर की पट्टियां टूट गईं और तीनों छात्राएं 8 फीट गहरे पानी में गिर गईं. हादसा होते ही आसपास के बच्चे और ग्रामीणों ने शिक्षक को सूचना दी और तुरंत मदद के लिए ट्रैक्टर और मोटर बुलाए गए.

पानी निकालकर किया रेस्क्यू
टैंक से पानी निकालने के लिए ग्रामीणों ने कड़ी मेहनत की. लगभग आधे घंटे तक प्रयास करने के बाद, टैंक का पानी बाहर निकाला गया और सीढ़ी लगाकर ग्रामीण टैंक के अंदर गए. काफी मेहनत के बाद तीनों छात्राओं को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

स्कूल में सुरक्षा की लापरवाही
हादसे के बाद पता चला कि यह वाटर टैंक 23 साल पुराना था और इसकी स्थिति जर्जर थी. स्कूल के प्रधानाध्यापक संतोष ने 18 दिसंबर 2024 को ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को इस टैंक की खस्ता हालत की जानकारी दी थी. उन्होंने बताया था कि टैंक जमीन में धंस चुका है और कभी भी यह गिर सकता है. बावजूद इसके, टैंक की मरम्मत नहीं कराई गई, जो इस हादसे का कारण बना.

कार्रवाई और मांगें
इस हादसे के बाद जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने तत्काल कार्यवाही करते हुए स्कूल के प्रधानाध्यापक और एक शिक्षक को निलंबित कर दिया. इसके अलावा, पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा और संविदा पर नौकरी देने की मांग की जा रही है. घटना की गंभीरता को देखते हुए उपखंड अधिकारी और पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचे.

इस हादसे के बाद गांव में गुस्से की लहर है और ग्रामीणों ने अस्पताल के बाहर धरना दिया है. स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर बहुत सतर्क रहने की आवश्यकता है. ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचा जा सके.

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