बजट आ रहा है लेकिन सपा की प्राथमिकता कुंभ है

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और कन्नौज सीट से सांसद अखिलेश यादव ने एक बार फिर से बजट से ज्यादा महाकुंभ की घटना को जरूरी बताया. सपा अध्यक्ष ने कहा कि बजट मायूस न करें लेकिन इससे सभी ज्यादा जरूरी कुंभ में लापता लोगों की तलाश करना जरूरी है. लोग अभी भी अपनों की तलाश में यहां से वहां भटक रहे हैं. सरकार अभी तक सूची ही नहीं बता पा रही है.

अखिलेश यादव ने कहा कि “बजट आम लोगों को मायूस न करें लेकिन, बजट से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है कि अभी भी कुंभ में लोग मोबाइल पर तस्वीर लेकर खोया-पाया केंद्र से लेकर जगह-जगह लोग जा रहे हैं और अपनों को ढूंढ रहे हैं. बेटा, मां को ढूंढ रहा है. बेटा, पिता को ढूंढ रहा है. कोई नानी.. कोई बहू को ढूंढ रहा है. आप बजट ला रहे हैं तो पहले ये बात साफ करें.

अखिलेश बोले बजट से ज्यादा कुंभ जरूरी
सपा अध्यक्ष ने कहा, “कुंभ में न जाने कितनी बार सीएम ने डुबकी लगाई है. देश के गृहमंत्री गए हैं वहां पर.. स्नान किया उन्होंने, देश के रक्षामंत्री गए और सुनने में आ रहा है कि आज उपराष्ट्रपति भी जा रहे हैं कुंभ में स्नान करने और प्रधानमंत्री भी जाने वाले हैं. सोचिए जिस कुंभ में जानें चली गईं हों…लाशों की गिनती नहीं की गई हो जो खो गए हैं उनके बारे में न बताया जा रहा हो.. तो बजट से ज्यादा ये महत्वपूर्ण हैं.

अखिलेश यादव ने इस दौरान महाकुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर भी सवाल उठाए और कहा कि कुंभ में न जाने कितना बजट खर्च किया गया विज्ञापन चल रहे हैं. लोगों को बुलाया जा रहा है. 40 करोड़ लोगों को बुलाने का लक्ष्य था. डिजिटल महाकुंभ होगा. डिजिटल कुंभ में सीसीटीवी लगे थे, जहां ड्रोन उड़ा रहे थे आपको जानकारी नहीं. इसलिए ये बजट अपनी जगह है लेकिन कुंभ महत्वपूर्ण है जहां पर लाशें नहीं हैं और हिन्दुओं की जान गई है., सरकार को जागना चाहिए. हिन्दुओं की जान गई है जो खो गए हैं उन्हें ढूंढने के लिए कदम उठाने चाहिए.

कुंभ में जिनकी जान गई वो सपा की प्राथमिकता
मैंने पहले भी कहा था इसका इंतजाम सेना को दीजिए क्योंकि सरकार फेल हुई है. सरकार केवल बुलाने में रही है इंतजाम नहीं किए और शाही स्नान पहली बार ऐसा हुआ कि साधु संतों ने मना कर दिया कि हम नहीं करेंगे. उसे छुपाने के लिए फूल वर्षा की गई है ताकि संत लोग जान जाएं कि किसी की जान नहीं गई है. लाशें अभी भी नहीं गई है उनकी पहचान नही हुई है. आपके पास भी जानकारी नहीं हैं. अगर आप भी मांगें तो सूची नहीं देगी

आप बजट ला रहे हो लेकिन जिस महाकुंभ का आपने दुनिया में प्रचार किया, दुनिया से लोग लाए, उसमें जान चली गई उसकी गिनती नहीं है आपके पास आप रुपये की गिनती करके बताना चाहते हैं ये बजट मायूस न करें लेकिन सबसे बड़ी बात है कि कुंभ में जो लोगों की जान गई है वो सपा की प्राथमिकता है.

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