![](https://nishpakshpratidin.com/wp-content/uploads/2025/02/672228b48d421-swati-maliwal-arvind-kejriwal-303806439-16x9-1-780x470.jpg)
दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की जीत के कई कारण बताए जा रहे हैं, लेकिन इस जीत की नैरेटिव गढ़ने में सबसे बड़ी भूमिका स्वाति मालीवाल ने निभाई है. कभी अरविंद केजरीवाल की खास माने जाने वालीं स्वाति ने इस चुनाव में सीधे तौर पर तो बीजेपी का प्रचार नहीं किया, लेकिन उन्होंने आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं के खिलाफ खुले तौर पर मोर्चा खोले रखा.
बीजेपी की जीत के बाद स्वाति मालीवाल ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक फोटो भी शेयर किया है, जिसमें महाभारत काल के द्रौपदी की तस्वीर है. स्वाति ने लिखा है कि अंहकार तो रावण का भी नहीं रहा, तो आम लोगों का क्या रहेगा?
मई 2024 में आप से बागी हो गई थीं मालीवाल
जनवरी 2024 में आम आदमी पार्टी ने स्वाति मालीवाल को राज्यसभा भेजा. मार्च 2024 में जब अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी हुई तो स्वाति मालीवाल विदेश निकल गईं. मालीवाल ने उस वक्त व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया था. मई में केजरीवाल जब जेल से बाहर आए, तो स्वाति उनसे मिलने पहुंची थीं.
स्वाति के मुताबिक यहां पर अरविंद केजरीवाल ने निजी सचिव ने उनसे मारपीट की. दिल्ली पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक केजरीवाल के निजी सचिव बिभव ने स्वाति को 8 थप्पड़ मारे थे. इस घटना में आप हाईकमान ने बिभव का पक्ष लिया, जिसके बाद स्वाति आप से बागी हो गईं. स्वाति का कहना था कि किसी डर से अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने बिभव पर कार्रवाई नहीं की.
कभी स्वाति अरविंद केजरीवाल की थीं खास
स्वाति केजरीवाल ने अरविंद केजरीवाल के साथ ही अपनी राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. दोनों पहले एक्टिविजम और फिर अन्ना आंदोलन के जरिए राजनीति में आए. सरकार बनी तो अरविंद केजरीवाल ने स्वाति को महिला आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया. स्वाति को एक रैली में अरविंद केजरीवाल ने शेरनी की संज्ञा दी थी.
जनवरी 2024 में दिल्ली की 3 सीटों के लिए जब राज्यसभा के चुनाव कराए गए, तो स्वाति को सुशील गुप्ता की जगह राज्यसभा भेजा गया. एक वक्त में स्वाति की गिनती आप के टॉप लीडरशिप में होती थी.
मालीवाल ने पूरे चुनाव में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सीधे तौर पर प्रचार तो नहीं किया, लेकिन वीडियो और तस्वीर के जरिए अरविंद की मजबूत घेराबंदी की. मालीवाल ने अरविंद केजरीवाल के हर उन पुराने बयानों को उठाया, जो दिल्ली के विकास को लेकर उन्होंने दिया था.
मालीवाल साफ पानी, दिल्ली की सड़कें और गंदगी को लेकर एक-एक मोहल्ले का दौरा किया. इतना ही नहीं, इन मुद्दों को लेकर मालीवाल ने अरविंद केजरीवाल के आवास की भी घेराबंदी की.
मालीवाल ने दलबदलुओं के टिकट देने को भी मुद्दा बनाया. इसके अलावा मालीवाल के निशाने पर आतिशी सबसे ज्यादा रहीं. आतिशी और उनके पुराने बयानों के जरिए मालीवाल ने आप पर खूब हमला किया.
दिल्ली के चुनाव में जब झुग्गी-झोपड़ी का मुद्दा बना तो स्वाति ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें झुग्गी-झोपड़ी वालों के लिए बने मकान जर्जर अवस्था में थे. स्वाति ने सवाल पूछा कि झुग्गी-झोपड़ी वालों को ये घर क्यों नहीं मिले?
स्वाति मीडिया में भी काफी सक्रिय रहीं और उन मुद्दों को मजबूती से उठाती रहीं, जिससे केजरीवाल बैकफुट पर गए.