केरल के कोच्चि में अवैध रूप से रह रहे और काम कर रहे 27 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि एक अभियान के तहत इन्हें गिरफ्तार किया गया है. उन्हें एर्नाकुलम जिले के उत्तरी परवूर इलाके में एर्नाकुलम स्थानीय पुलिस और आतंकवाद निरोधी दस्ते की ओर से चलाए गए संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया गया. पुलिस अधिकारी के मुताबिक, बांग्लादेशी नागरिक पश्चिम बंगाल के प्रवासी श्रमिकों की आड़ में अलग-अलग स्थानों पर काम कर रहे थे.
फिलहाल, गिरफ्तार लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है. ये गिरफ्तारियां एर्नाकुलम ग्रामीण जिला पुलिस की ओर से तस्लीमा बेगम की गिरफ्तारी के बाद की गई. दरअसल, दो हफ्ते पहले 28 साल की तस्लीमा बेगम को गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद यहां पर विशेष अभियान ‘ऑपरेशन क्लीन’ शुरू किया गया.
34 बांग्लादेशियों को किया गया गिरफ्तार
केरल पुलिस के मुताबिक, जनवरी में कुल 34 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया. मुम्बई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने बांग्लादेशी महिला शाबिकुन नाहर अबु अहमद को पकड़ा था. शाबिकुल ने 2 नाम से भारतीय पासपोर्ट बना रखा था. इस पासपोर्ट पर वो सऊदी अरब, बांग्लादेश की यात्रा भी कर चुकी हैं. वहीं वर्सोवा पुलिस ने बांग्लादेशी पिता पुत्र जिनके नाम मोनेर बख्तियार शेख और बख्तियार दोसुर शेख को वर्सोवा यारी रोड इलाके से गिरफ्तार किया था.
3 साल से रह रहा था बांग्लादेशी
पुलिस ने 2 दिन पहले दिल्ली में 3 साल से रह रहे अवैध बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया. उसे FRRO के जरिए डिपोर्ट किया गया. दिल्ली पुलिस की सख्ती के तहत पालम गांव पुलिस स्टेशन की टीम ने एक अवैध बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया. पिछले 3 साल से बिना रियल डॉक्यूमेंट के वो राजधानी दिल्ली में रह रहा था. बांग्लादेशी नागरिक का नाम मोहम्मद रिमोन हुसैन है. ये 27 साल का है. ये बांग्लादेश के बोगुरा जिले के दुबचांचिया के रहने वाला है. पुलिस देश के अलग-अलग राज्यों अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर रही है.