हॉकी के क्षेत्र में झारखंड का नाम रोशन करने वाली दो बेटियां को हेमंत सोरेन सरकार की बड़ी सौगात मिली

हॉकी के क्षेत्र में झारखंड और देश का नाम रोशन करने वाली राज्य की दो बेटियां को हेमंत सोरेन सरकार की बड़ी सौगात मिली है. ओलंपिक हॉकी खिलाड़ी सलीमा टेटे और निक्की प्रधान को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मौजूदगी में झारखंड मंत्रालय में आयोजित कार्यक्रम में रांची के हरमू स्थित आवासीय कॉलोनी में दोनों को 3750 – 3750 वर्ग फीट भूखंड(जमीन) आवंटन के कागजात सौंपे गए.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भूखंड जमीन देने के साथ-साथ यह भी घोषणा की कि इन दोनों खिलाड़ियों को उनके सपनों का आशियाना बनाने के लिए राज्य सरकार खेल नीति के तहत 35- 35 लाख रुपया उपलब्ध कराएगी. घोषणा किए जाने के बाद दोनों स्टार हॉकी खिलाड़ियों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पूरी सरकार का धन्यवाद किया.

अर्जुन अवार्ड से किया सम्मानित

दोनों स्टार हॉकी खिलाड़ियों को हरमू हाउसिंग कॉलोनी के प्लॉट नंबर 10(बी )तथा 10( ए) में 3750- 3750 वर्ग फीट भूखंड आवंटन किया गया. 17 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2024 वितरण समारोह का आयोजन किया गया था ,जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने खेल के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को खेल पुरस्कार से सम्मानित किया था. इसी के तहत झारखंड के सिमडेगा जिला की रहने वाली स्टार हॉकी प्लेयर सलीमा टेटे को अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया.

स्टार हॉकी खिलाड़ियों में शुमार

सलीमा टेटे का जन्म 26 दिसंबर 2001 को झारखंड के सिमडेगा जिला अंतर्गत पिथरा पंचायत के बड़की छापर नामक गांव में हुआ है. उनके पिता का नाम सुलक्षण टेटे हैं जबकि मां का नाम सुभानी टेटे हैं. बेहद गरीबी में पाली बड़ी सलीमा टेटे कभी लकड़ी के डंडे से हॉकी की प्रैक्टिस करती थी और आज वह विश्व की स्टार हॉकी खिलाड़ियों में शुमार हैं.

ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व

वहीं भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी निक्की प्रधान, झारखंड के ही खूंटी जिला अंतर्गत हेसल गांव में 8 दिसंबर 1993 को हुआ था. निक्की प्रधान के पिता सोमा प्रधान बिहार पुलिस के कांस्टेबल थे, और उनकी मां जीतन देवी एक ग्रहणी हैं. निक्की प्रधान झारखंड की पहली महिला हॉकी खिलाड़ी है, जिन्होंने ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था.

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