मखाने को फॉक्स नट या लोटस सीड भी कहा जाता है. यह काफी हेल्दी और पौष्टिक स्नैक्स माना जाता है. मखाने में प्रोटीन, फाइबर, मिनरल्स, और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ पाचन तंत्र को ठीक रखता है. यह हल्का होने के कारण बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए अच्छा माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि उम्र के हिसाब से मखाना कितना खाना चाहिए?
न्यूट्रिशनिस्ट नमामी अग्रवाल कहती हैं कि लाइट वेट स्नैक्स समझकर खाने लगते हैं, लेकिन ज्यादा खाना भी खतरनाक हो सकता है. इसे ज्यादा खाने से पेट से जुड़ी दिक्कतें होने लगती हैं. ऐसे में ये पता होना जरूरी है कि उम्र के हिसाब से कितने मखाने खाने चाहिए.
3 साल के उम्र वाले बच्चे
न्यूट्रिशनिस्ट कहती हैं कि इस उम्र के बच्चों को कम मात्रा में ही मखाना खिलाना चाहिए. उन्हें रोजाना 5 मखाने दिए जा सकते हैं. बच्चों का पाचन तंत्र विकसित हो रहा होता है. ऐमें ज्यादा खाने से पाचन तंत्र में दिक्कत हो सकती है.
10 साल तक के बच्चों के लिए
इस उम्र तक बच्चों को 15 मखाने खिलाए जा सकते हैं. इस उम्र में बच्चों का पाचन तंत्र थोड़ा मजबूत होता है. इससे बच्चे पोषक तत्व को अवशोषित कर सकते हैं.
वयस्कों के लिए
वयस्कों को 15 से 20 ग्राम तक मखाने खिलाए जा सकते हैं. हालांकि, अलग-अलग शरीर के हिसाब से इसकी मात्रा कम या ज्यादा हो सकती है.
किस तरह खाएं
आप सीधे तौर पर भी मखाने को खा सकते हैं. हालांकि, इसका ज्यादा फायदा लेने के लिए आप मखाने को दूध में उबालकर खा सकते हैं. इसे शहद और फलों के साथ भी खाया जा सकता है. इससे स्वाद और पोषण दोनों मिलेगा.
मखाना खाने के फायदे
मखाने में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो दिल को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं
इसमें कम कैलोरी होती है. यह फाइबर से भरपूर होता है, जो पेट को लंबे समय तक भरा रखता है
मखाने में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करता है. यह कब्ज के लिए भी फायदेमंद माना जाता है