उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी ने इस क्षेत्र के तीन थानेदारों को हटाने की मांग की है. समाजवादी पार्टी ने रविवार को इसको लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) को पत्र भेजा है. पार्टी ने मिल्कीपुर प्रशासन पर सपा समर्थकों के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कर उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया है.
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को यह पत्र भेजा है. इसमें मिल्कीपुर के कुमारगंज, इनायत नगर और खंडासा थाना के प्रभारियों (SHO) को हटाने की मांग की गई है. वहीं, अयोध्या से सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने आरोप लगाया कि पुलिस पार्टी कार्यकर्ताओं को दिनभर हिरासत में लेकर देर रात रिहा कर रही है.
थानेदारों पर चुनाव को प्रभावित करने का आरोप
अवधेश प्रसाद ने बताया कि पुलिस ने शनिवार को सपा के जिला महासचिव बख्तियार खान और जिला सचिव राम तेज यादव समेत 12 से अधिक पार्टी पदाधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है. वहीं, प्रदेश अध्यक्ष की ओर से भेजे गए पत्र में आरोप लगाया गया है कि चुनाव की घोषणा के बाद से ही तीनों थानेदार सपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को झूठे मुकदमों में फंसा रहे हैं. उनका उत्पीड़न कर रहे हैं.
प्रदेश अध्यक्ष के पत्र में तीनों थानेदारों पर चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया गया है. उनका दावा है कि एक दर्जन से अधिक सपा पदाधिकारियों, बूथ अध्यक्षों, सेक्टर प्रभारियों और प्रमुखों पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं. उन्हें तरह-तरह से परेशान किया जा रहा है. सपा ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से इन तीनों थानेदारों का तत्काल अयोध्या से तबादला करने की मांग की है.
बीजेपी और सपा के बीच सीधा मुकाबला
मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर 5 फरवरी को दिल्ली चुनाव के लिए होने वाले मतदान के दिन ही उपचुनाव होने हैं. वहीं इसके नतीजे भी 8 फरवरी को ही जारी किए जाएंगे. इस सीट पर सीधा मुकाबला बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच है. मायावती ने बीएसपी के उपचुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है. सपा ने सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उतारा है वहीं, बीजेपी ने चंद्रभानु पासवान को उम्मीदवार बनाया है.