दिल्ली में विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए बीजेपी का प्लान सेट हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 से 4 रैलियां करेंगे. इसमें एक रैली उत्तर पश्चिमी दिल्ली, दूसरी उत्तर पूर्वी दिल्ली में और तीसरी रैली दक्षिणी या फिर दक्षिण पश्चिम दिल्ली में होगी. कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री दिल्ली में एक मेडा रोड शो भी करत सकते हैं. हालांकि पीएम का यह रोड शो कहां और कब होगा इसकी अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन इतना तय माना जा रहा है कि रैलियों और रोड शो की शुरुआत 20 जनवरी के बाद होगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों दिल्ली के रोहिणी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए चुनाव प्रचार का आगाज किया था. इससे पहले पीएम ने दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण के जनकपुरी पश्चिम-कृष्णा पार्क एक्सटेंशन खंड का उद्घाटन किया और रिठाला-नरेला-कुंडली कॉरिडोर की आधारशिला रखी थी. रोहिणी की रैली में पीएम मोदी ने दिल्ली की सरकार पर हमला बोला था और आम आदमी पार्टी को आप-दा बताया था.
अमित शाह की हो सकती हैं 7 से अधिक रैलियां
इसके अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दिल्ली में 7 से अधिक रैलियां कर सकते हैं. इसके साथ-साथ शाह दिल्ली में 4 से 5 रोड शो भी कर सकते हैं. माना जा रहा है कि गृहमंत्री के रोड शो की शुरुआत 17 जनवरी के बाद से होगी. अभी तक शाह ने कोई चुनावी रैली तो संबोधित नहीं की है, लेकिन कुछ कार्यक्रमों के जरिए वो चुनावी मुद्दों पर राज्य की आम आदमी पार्टी को घेरते हुए जरूर नजर आ चुके हैं.
दिल्ली में इस बार त्रिकोणीय मुकाला
दिल्ली की चुनावी लड़ाई में एक तरफ अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी तो दूसरे ओर कांग्रेस और बीजेपी विपक्ष की भूमिका में हैं. एक तरह से चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. बीजेपी जो कि आम आदमी पार्टी पर लगातार हमलावर है ओर 10 सालों का हिसाब मांग रही है. दिल्ली की खस्ताहाल सड़क, गंदे पानी को मुद्दा बनाने में जुटी है.
वहीं, कांग्रेस भी आम आदमी पार्टी को घेरने में जुटी हुई है. कांग्रेस पार्टी दिल्ली वालों को शीला दीक्षित के कार्यकाल का याद दिला रही है और बताने का प्रयास कर रही है कि उसकी सरकार में दिल्ली कैसी थी और अब कैसी हो गई है. कांग्रेस भी आम जनता से जुड़ी पानी और सड़क और सुरक्षा के मुद्दे को लेकर मौजूदा सरकार को घेरने में जुटी हुई है.