केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और नड्डा ने एनडीए के नेताओं के साथ बुधवार को बैठक की. इस दौरान उन्होंने नेताओं से कांग्रेस द्वारा उठाए जा रहे संविधान के मुद्दे पर विस्तार से बात की. अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस द्वारा उठाए मुद्दे जैसे आंबेडकर या अन्य में ना उलझें बल्कि सकारात्मक काम करें. बैठक में ये भी बताया कि कैसे कांग्रेस और उसकी सरकारों ने संविधान का उल्लंघन किया है. इस बैठक में एनडीए और बेहतर समन्वय पर चर्चा हुई है. इस बात पर भी चर्चा हुई कि एक कैबिनेट मंत्री और एक राज्य मंत्री विभिन्न सांसदों के साथ समन्वय करके उनके मुद्दे या किसी भी आवश्यक सहायता का समाधान कैसे करेंगे.
एनडीए के नेताओं के साथ चर्चा के दौरान अमित शाह ने आंबेडकर मुद्दे पर कहा कि राज्यसभा में भाषण के तीन घंटे बाद कांग्रेस ने बैठक की थी. फिर बयान को एडिट करके फैलाया. इसके लिए टूलकिट का भी प्रयोग किया गया. बैठक में एनडीए के सहयोगियों बताया गया कि कैसे विपक्षी दलों ने आंबेडकर पर दिए गए बयान को गलत तरीके से पेश किया और इसके इर्द-गिर्द राजनीतिक कहानी गढ़ने की कोशिश की.
सरकार की नीतियों और काम को धरातल पर उतारें
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस द्वारा उठाए मुद्दे जैसे आंबेडकर या अन्य में ना उलझें बल्कि सकारात्मक काम करें. सरकार की नीतियों और काम को धरातल पर उतारें. शाह ने बताया कि संविधान को लागू करने में कांग्रेस ने कहां-कहां गलती की है. साथ ही बैठक में आंबेडकर के मुद्दे पर कहा गया कि इसे आउट आफ कॉन्टेस्ट लिया गया.
आगे भी मिलते रहेंगे एनडीए के नेता
शाह ने बताया कि कांग्रेस सरकार ने आपातकाल लगाया पर राष्ट्रपति के हस्ताक्षर भी नहीं लिए. एनडीए में बेहतर तालमेल पर चर्चा हुई. इसके साथ ही संविधान दिवस के अवसर पर संसद के दोनों सदनों में हुई चर्चा को सार्थक बताया गया. चर्चा में तय हुआ कि नियमित अंतराल पर आगे भी एनडीए के नेता मिलते रहेंगे और मुद्दों पर समन्वय से एक सुर में बयान देंगे.