कोलकाता रेप-मर्डर मामले में आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और पुलिस अधिकारी अरिजीत मंडल की जमानत मिल गई है आरोपी को जमानत मिलने पर मृतका के पिता ने निराशा जताई है लेडी डॉक्टर के पिता ने कोर्ट के फैसले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कोर्ट के फैसले से यह साफ हो गया है कि सीबीआई सही तरीके से जांच नहीं कर रही है वहीं, जूनियर डॉक्टरों ने फिर आंदोलन और विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है बता दें कि वारदात के 90 दिनों के बाद भी संदीप घोष और अरिजीत मंडल के खिलाफ सीबीआई चार्जशीट दाखिल नहीं कर पाई इस कारण कोर्ट ने जमानत दे दी अरिजीत मंडल जेल से रिहा हो गए हैं
दूसरी ओर, आरजी कर जूनियर डॉक्टरों ने भी संदीप घोष को जमानत मिलने पर दुख जताया जूनियर डॉक्टर अनिकेत महतो ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 90 दिन बाद भी देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी आरोप पत्र जारी नहीं कर सकी दूसरी ओर, राज्य वित्तीय भ्रष्टाचार मामले में संदीप घोष के खिलाफ आरोप पत्र दायर करने की अनुमति नहीं दे रहा है
उन्होंने कहा कि सीबीआई को अपनी नाकामी की जिम्मेदारी लेनी होगी कि आखिर क्यों सीबीआई आरोप पत्र जारी नहीं कर पाई? उन्होंने कहा कि हम न्यायिक जांच चाहते थे कोर्ट की निगरानी में जांच करायी गयी उन्होंने पूरे राज्य में इस घटना का विरोध हुआ था अब नागरिक समाज को यह तय करना होगा कि वे किस ओर रहेंगे?
जूनियर डॉक्टर्स फिर करेंगे आंदोलन
उन्होंने नागरिक समाज से आंदोलन का आह्वान करते हुए कहा कि जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट की शनिवार को बैठक होगी इस बैठक में आगे के आंदोलन का ऐलान किया जाएगा
जूनियर डॉक्टर ने असफाकुल्लाह नाइया ने कहा किसबूतों में हेराफेरी के आरोप पर आरोप पत्र जारी नहीं करने को लेकर भी सीबीआई को जवाब देना होगा. शव को जल्दबाजी में तो नहीं जलाया गया? 12-14 घंटे बाद कोई FIR नहीं दायर की गई? क्या सेमिनार कक्ष में कोई बाहरी व्यक्ति था? इस गलती का जवाब सीबीआई को देना होगा
चार्जशीट दाखिल नहीं किये जाने पर आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और टाला थाने के पूर्व ओसी अभिजीत मंडल की जमानत को कोर्ट ने मंजूरी दे दी यह खबर सामने आते ही लेडी डॉक्टर के पिता का गुस्सा फूट पड़ा
मृत डॉक्टर के पिता का फूटा गुस्सा
मृत लेडी डॉक्टर के पिता ने कहा, ”यह बहुत दुखद घटना है 90 दिनों के अंदर संदीप घोष और अभिजीत मंडल के खिलाफ क्या करना है, ये भी सीबीआई ने पहले ही लिख लिया था इस बात के सबूत मिले कि जांच ठीक से नहीं की गई मैं सीबीआई से निराश हूं हम कोर्ट जाएंगे अदालत के बिना हमारे लिए कोई रास्ता नहीं खुला है”
उन्होंने सीबीआई की भूमिका पर भी सवाल उठाए. कहा, ”इस बात के सबूत मिले कि वे जांच सही तरीके से नहीं कर रहे हैं हमें अब उच्च न्यायालय जाना होगा”
डॉक्टरों के संगठन के नेता उप्पल बनर्जी ने भी अपना गुस्सा जाहिर किया. उन्होंने सीबीआई की भूमिका पर भी सवाल उठाए उन्होंने कहा, ”इतने सबूत होने के बावजूद सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देश के बाद भी सीबीआई समय पर आरोप पत्र दाखिल नहीं कर सकी. यह बहुत दुख की बात है हम बहुत गुस्से में हैं जांच एजेंसी अपने कर्तव्य में विफल रही है
यहीं नहीं रुकते हुए उन्होंने आगे कहा, ‘चार्जशीट दाखिल करने के लिए राज्य प्रशासन द्वारा एनओसी जारी करने के संबंध में व्यर्थ बहाने बनाकर जांच प्रक्रिया में देरी करने का प्रयास किया गया है हमारे सामने बड़े आंदोलन की राह पर जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं है’