सर्दियों में इन स्थानों पर घूमने का अलग है मजा, मिलती हैं कभी न भूलने वाली यादें!

कुछ जगहों पर तो ऊनी कपड़े और कंबल निकालने की जरूरत भी महसूस होने लगती है। इस तरह के मौसम में सफर का आनंद लिया जा सकता है। लगातार तेज गर्मी और मानसून के बाद आई हल्की ठंडक में घूमने जाया जा सकता है। खास बात ये है कि इस माह घूमने के लिए सही मौसम के साथ ही मौका भी मिल जाता है, क्योंकि त्योहारी छुट्टियों के अलावा लॉन्ग वीकेंड भी हैं। हालांकि सफर के हिसाब से बजट होना भी जरूरी है। त्योहारों के खर्चों से पैसा बचाकर सफर पर व्यय कर सकते हैं। इस मौसम में कुछ ऐसी जगहों की यात्रा की जा सकती हैं, जहां घूमने के लिए कम पैसों की जरूरत होती है। इन जगहों पर घूमने का इस मौसम में बड़ा ही आनंद आयेगा।

मसूरी: सस्ती और खूबसूरत जगहों की तलाश में हैं तो उत्तराखंड के हिल स्टेशनों की सैर पर जा सकते हैं। यहां कई ऐसे विकल्प हैं जो 5000 रुपये के अंदर आ जाएंगे। आप मसूरी घूमने जा सकते हैं। देहरादून रेलवे स्टेशन या बस अड्डे से कुछ ही घंटों के रास्ते पर मसूरी आता है, जहां 500 से हजार रुपये के अंदर कमरा मिल जाएगा। कैम्पटी फॉल, बुद्धा टैंपल, गन हिल प्वाइंट, धनौल्टी, मालरोड घूमने जा सकते हैं। यहां ठहरने और पर्यटन का खर्च समेत पूरी सैर 5000 रुपये के अंदर आ जाएगी।

मथुरा: महज पांच हजार रुपये में बेहतरीन पर्यटन स्थल की तलाश में हैं तो उत्तर प्रदेश के मथुरा वृंदावन की सैर कर सकते हैं। बरसाना, गोकुल और मथुरा -वृंदावन इन सभी जगहों की सैर आप दो से तीन दिन में कर पाएंगी। यही सभी जगहें कृष्ण से जुड़ी हुई हैं, तो आपको यहां कई कृष्ण मंदिर मिलेंगे। यमुना घाट पर स्नान करने के साथ ही शाम में संध्या आरती और दीपदान के लिए यहां आ सकते हैं।

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं तो एक बेहतरीन जगह को घूमने के लिए आपको दो दिन की छुट्टी की जरूरत है। भगवान शिव की प्रिय नगरी काशी, जिसे बनारस या वाराणसी भी कहते हैं, की इस महीने यात्रा करना बेहतर मौका हो सकता है। दीपावली के बाद देव दीपावली मनाई जाती है। देव दीपावली का उत्सव बनारस के गंगा घाट पर होता है, जिसकी रौनक और भव्यता को देखने के लिए आप वाराणसी की यात्रा कर सकते हैं। यहां सस्ता खाना और कम पैसों में होटल में कमरा आसानी से मिल जाता है। 500 रुपये से भी कम में बनारस में ठहरने की जगह मिल जाएगी। वाराणसी के लिए कई प्रमुख शहरों से ट्रेन सुविधा भी है। दिल्ली से वाराणसी के लिए ट्रेन का टिकट 350 रुपये में मिल जाएगा। बनारस में गंगा घाट, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, हनुमान मंदिर और सारनाथ घूमने जा सकते हैं।

जयपुर: राजस्थान के पारंपरिक और सांस्कृतिक दृश्यों का लुत्फ उठाना है तो नवंबर का महीना सफर पर निकलने के लिए एकदम उपयुक्त है। इस महीने जयपुर के किले और महल की ताप कम हो जाती है। सुहाने मौसम में जयपुर की यात्रा रोमांचक और आनंददायी हो सकती है। जयपुर में आमेर का किला, जयगढ़ किला और नाहरगढ़ किले को घूमने जा सकते हैं। दिल्ली से जयपुर के लिए लगभग 6 घंटे का सफर करके बस से पहुंचा जा सकता है, जिसका किराया 300 से 600 रुपये के अंदर ही होगा। रहने और खाने का खर्च भी 1500 रुपये में हो जाएगा। आटो या निजी टैक्सी बुक कर सकते हैं जो आपको आसपास के पर्यटन स्थलों और किले की सैर 800 से हजार रुपये प्रति दिन में करा देंगें।

रानीखेत: इस मौसम में हिल स्टेशन की सैर करना रोमांचक अनुभव के साथ ही प्राकृतिक नजारों का नैनसुख दिलाने वाला अनुभव हो सकता है। उत्तराखंड में कई ऐसे हिल स्टेशन हैं जो कम बजट में घूमने जा सकते हैं। किसी एक खास जगह की तलाश में हैं तो रानीखेत बेहद सुंदर जगह है। यहां कैंपिंग के साथ ही कई तरह की स्पोर्ट्स एक्टिविटी का भी लुत्फ उठाया जा सकता है। चौबटिया गार्डन, मजखली और झूलदेवी मंदिर की सैर कर सकते हैं।

गुलमर्ग: विंटर डेस्टिनेशन की लिस्ट में सबसे ऊपर गुलमर्ग आता है। ये एक ऐसा हिल स्टेशन है जो सर्दियों में किसी जन्नत से कम नहीं लगता। बर्फीली हवाएं, ठंडी हवाएं, खुशनुमा माहौल, ये सब गुलमर्ग की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं। यहां की अपर्वथ चोटी स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग जैसी स्नो एक्टिविटीज के लिए सबसे ज्यादा जानी जाती है। अगर आप यहां और एडवेंचर चाहते हैं तो ट्रैकिंग भी एक बेस्ट ऑप्शन है। और हां यहां की केबल राइड पर घूमना तो जरा भी न भूलें, दोस्तों और फैमिली के साथ ये राइड किसी एडवेंचर से कम नहीं होगी।

गंगटोक: पुराने भारत-चीन रेशम मार्ग का घर, गंगटोक एक अनूठा हिल स्टेशन है, जहां हर किसी के लिए कुछ न कुछ जरूर है। बौद्ध तीर्थयात्रियों से लेकर ट्रेकर्स तक, पर्यटकों से लेकर हनीमून मनाने वालों तक, हर तरह के यात्री यहां कुछ न कुछ देख सकते हैं। हर तरफ हरियाली और जीव-जंतु, शांत ऊंचाई वाली झीलें, रंग-बिरंगे मठ और असली हिमालय के नज़ारे आपको यहां 4 से 5 दिन और ज्यादा रुकने के लिए मजबूर कर सकते हैं। वैसे गंगटोक में बर्फबारी नहीं होती है, लेकिन तापमान 4 डिग्री तक गिर जाता है, तो अपनी पैकिंग करते समय ठंड के कपड़े ज्यादा से ज्यादा रख लें।

औली: भारत की स्कीइंग राजधानी औली निश्चित रूप से भारत में सर्दियों में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। नंदा देवी, नीलकंठ और माना पर्वत की शानदार चोटियां औली में देखने के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनी रहती हैं। औली में आप पूरे साल में कभी भी हरी-भरी घाटियां देख सकते हैं, लेकिन सर्दियों में इस जगह का नजारा कुछ अलग ही होता है। दोस्तों के साथ या परिवार वालों के साथ यहां आप स्कीइंग, स्नोबोर्डिंग, ट्रेकिंग और चेयर कार राइड का पूरा मजा ले सकते हैं।

जोधपुर: राजस्थान के ‘ब्लू सिटी’ जोधपुर को देखने के लिए सर्दी सबसे अच्छा समय है । 7 – 27 डिग्री सेल्सियस के बीच के तापमान के साथ, आप जोधपुर के प्रसिद्ध स्थलों को खुलकर देख सकते हैं। इनमें भव्य मेहरानगढ़ किला, शानदार उम्मेद भवन पैलेस और शांत महामंदिर मंदिर शामिल हैं, जहां आप घूमने जा सकते हैं।

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