सिक्किम की तीस्ता नदी में साल 2023 में आई बाढ़ के कारण आर्मी का कैंप बह गया था. जिसमें आर्मी के 23 जवान शहीद हो गए थे इसके साथ ही चुंगथांग और उस इलाके के पास बसे लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था. इस घटना को देखते हुए भविष्य में ऐसा कोई नुकसान न हो आर्मी की ईस्टर्न कमांड ने अब एक ऐसा सिस्टम बना दिया है. जिससे कि बाढ़ आने से पहले ही उसकी सूचना मिल जाएगी
ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (जीएलओएफ) और बादल फटने पर वास्तविक समय की निगरानी और क्विक रिस्पांस सिस्टम की आवश्यकता होती है. ऐसे में एडवांस फ्लूड मॉनिटरिंग सिस्टम एक बड़ा गेम चेंजर साबित हो सकता है
यह एक एडवांस सिस्टम है जो एसएमएस (SMS) के माध्यम से बढ़ते जल स्तर की एडवांस वार्निंग और अलर्ट देता है जिससे कि आनेवाली बाढ़ को लेकर क्वीक रिएक्शन टाइम मिल जाएगा
मोबाइल से कनेक्ट रहेगा डिवाइस
बारिश के समय में कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात देखने को मिलते हैं, तो कई जगहों पर अचानक बढ़े जलस्तर के कारण जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है. इससे निपटने के लिए ही इंडियन आर्मी ने एक गैजेट तैयारी किया है इसकी मदद से बारिश या फिर बाढ़ जैसे हालात बनने से पहले ही मोबाइल पर अलर्ट दे दिया जाएगा. इस अलर्ट की वजह से बाढ़ क्षेत्र में मौजूद लोगों को बचाने में आसानी होगी इस सिस्टम को ऐसी जगह इंस्टाल करना पड़ेगा, जहां से पानी के जलस्तर पर को मॉनिटर किया जा सके इस सिस्टम के सेना में शामिल होने के बाद कई हादसों को रोका जा सकेगा
भारतीय सेना लगातार आतंकी या फिर किसी भी घटना से निपटने के लिए खुद को तैयार कर रही है. इसके लिए सेना खुद अपनी जरूरत के हिसाब हथियारों और सॉफ्टवेयर को तैयार कर रही है. सेना लगातार नए तरह के प्रयोग करती रहती है. जो देश की जनता के हित को ध्यान में रखते हुए किए जा रहे हैं