कांग्रेस के हर सवाल का जवाब दिया जाएगा EC

कांग्रेस ने हरियाणा के बाद महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों में हेर-फेर का आरोप लगाते हुए सवाल खड़े किए थे इन्हीं सवालों के बाद चुनाव आयोग ने 3 दिसंबर को कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को आमंत्रित किया है चुनाव आयोग ने कांग्रेस पार्टी के डेलीगेशन को शाम पांच बजे चर्चा के लिए बुलाया है हालांकि, चुनाव आयोग ने एक फिर दोहराया कि चुनाव में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है चुनाव में आयोग ने आश्वासन दिया कि कांग्रेस के हर सवाल का जवाब दिया जाएगा

चुनाव आयोग (ईसीआई) ने कांग्रेस को अपनी अंतरिम प्रतिक्रिया में हर चरण में उम्मीदवारों/उनके एजेंटों की भागीदारी के साथ पारदर्शी प्रक्रिया को दोहराया है आयोग ने कांग्रेस की सभी वैध चिंताओं की समीक्षा और उन्हें व्यक्तिगत रूप से सुनने के बाद लिखित प्रतिक्रिया का आश्वासन दिया है

चुनाव आयोग ने क्या कहा?
निर्वाचन आयोग ने अपने जवाब में दोहराया कि यह प्रक्रिया पारदर्शी थी और हर चरण में उम्मीदवारों या उनके एजेंट की भागीदारी शामिल थी आयोग ने कांग्रेस की वैध शिकायतों की समीक्षा करने और पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को व्यक्तिगत रूप से सुनने के बाद लिखित जवाब देने का भी आश्वासन दिया

आयोग ने जोर देकर कहा कि सभी राजनीतिक दलों की भागीदारी के साथ एक पारदर्शी मतदाता सूची अद्यतन प्रक्रिया शुरू की गई थी. निर्वाचन आयोग ने मतदान संबंधी आंकड़ों से जुड़े मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए दोहराया कि इसमें कोई विसंगति नहीं थी और सभी उम्मीदवारों से संबंधित मतदान केंद्रों के आंकड़े उपलब्ध हैं और सत्यापन योग्य हैं

आयोग ने बताया कि शाम पांच बजे के मतदान के आंकड़ों और अंतिम मतदान प्रतिशत में अंतर प्रक्रियागत प्राथमिकताओं के कारण था क्योंकि पीठासीन अधिकारी मतदान के आंकड़ों को अद्यतन करने से पहले कई वैधानिक कर्तव्यों का पालन करते हैं

क्या है कांग्रेस का आरोप?
कांग्रेस ने शुक्रवार को अपनी CWC की बैठक के बाद चुनाव आयोग पर कई गंभीर आरोप लगाए थे कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि चुनाव से ठीक पहले मनमाने ठंग से वोटर लिस्ट से लोगों के नाम काटे और जोड़े गए. चुनाव आयोग ने कहा कि पूरा वेरीफाइड डेटा उम्मीदवार के पास मौजूद होता है

आयोग ने कहा कि शाम 5 बजे के मतदान डाटा और अंतिम मतदान डाटा में अंतर प्रक्रियात्मक आधार पर होता है, क्योंकि पीठासीन अधिकारी मतदान डाटा को अपडेट करने से पहले मतदान के साथ- साथ कई वैधानिक काम करते हैं

कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी
महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव नतीजों की समीक्षा के लिए कार्यसमिति की साढ़े चार घंटे से ज्यादा की बैठक हुई थी सीडब्ल्यूसी का मानना ​​है कि पूरी चुनावी प्रक्रिया की ईमानदारी से समझौता किया जा रहा है स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव एक संवैधानिक अनिवार्यता है, जिस पर चुनाव आयोग की पक्षपातपूर्ण कार्यप्रणाली के कारण गंभीर सवाल उठ रहे हैं

इस बैठक में प्रस्ताव पारित कर कहा गया कि मगर चुनाव आयोग की पक्षपातपूर्ण कार्यप्रणाली इसे गंभीर सवालों के घेरे में ला रही है इसको लेकर समाज का बड़ा वर्ग निराश और आशंकित हो रहा है, इसलिए कांग्रेस इन जन चिंताओं को एक राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में उठाएगी

कांग्रेस ने मतदान प्रतिशत पर उठाए थे सवाल
कांग्रेस ने चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों पर भी सवाल उठाए हैं. पार्टी ने कहा कि 21 नवंबर 2024 को शाम 5 बजे तक महाराष्ट्र में मतदान प्रतिशत 58.22% था, जो रात 11:30 बजे तक बढ़कर 65.02% हो गया इसके अलावा, अंतिम रिपोर्ट में 66.05% मतदान दर्ज किया गया, जो मतगणना शुरू होने से कई घंटे पहले घोषित हुआ कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मतदाता सूचियों से “मनमाने ढंग से मतदाताओं को हटाया गया और हरेक विधानसभा क्षेत्र में 10,000 से अधिक मतदाताओं को जोड़ा गया”

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