ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर से चुनाव कराने की याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने किया खारिज

EVM के बजाए बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग वाली जनहित याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर खारिज कर दिया है. जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस पीबी वराले की पीठ ने याचिका को खारिज करते हुए कई टिप्पणियां कीं. दरअसल, याचिकाकर्ता की ओर से दलील दी गई थी कि 18 राजनीतिक दलों का समर्थन उन्हें हासिल है चंद्रबाबू नायडू और जगन मोहन रेड्डी जैसे नेता भी कह चुके हैं कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की जा सकती है. तब जस्टिस विक्रम नाथ ने कहा कि जब चंद्रबाबू नायडू और जगन मोहन रेड्डी जैसे नेता चुनाव हार जाते हैं, तो वो कहते हैं कि EVM के साथ छेड़छाड़ हुई है, लेकिन जब वो ही इसके जरिए चुनाव जीत जाते हैं तो फिर कुछ नहीं बोलते, तब EVM में खामी नज़र नहीं आती

सुप्रीम कोर्ट पहले भी बैलट वोटिंग की मांग वाली याचिकाओं को खारिज कर चुका है. प्रचारक डॉ. केए पॉल ने जनहित याचिका दायर की थी. याचिकाकर्ता ने मंगलवार को एलन मस्क के बयान का हवाला देते हुए कहा कि यहां तक ​​कि एलन मस्क भी कहते हैं कि EVM से छेड़छाड़ की जा सकती है. सुनवाई के दौरान जस्टिस विक्रम नाथ ने याचिकाकर्ता पर तंज कसते हुए कहा कि आपको ये शानदार विचार कैसे मिले?

याचिकाकर्ता पॉल ने कहा कि मैं अभी लॉस एंजिल्स से एक अद्भुत वैश्विक शांति शिखर सम्मेलन से आ रहा हूं. हमारे पास लगभग सेवानिवृत्त आईएएस, आईपीएस और जज हैं, वे मेरा समर्थन कर रहे हैं. जस्टिस विक्रमनाथ ने कहा कि आप इस राजनीति के मैदान में क्यों उतर रहे हैं? याचिकाकर्ता पॉल ने कहा कि हर देश में फिजिकल बैलेट पेपर वोटिंग या इलेक्ट्रॉनिक ईवीएम जैसी व्यवस्था होती है, संयुक्त राज्य अमेरिका में फिजिकल वोटिंग होती है. हम लोकतंत्र की रक्षा कर रहे हैं, मैं रूस, लाइबेरिया गया हूं. आज संविधान दिवस है, तथ्य बहुत स्पष्ट हैं, कृपया याचिका पर नोटिस जारी करें

कोर्ट और याचिकाकर्ता ने क्या कहा?
याचिकाकर्ता पॉल ने कहा कि 18 राजनीतिक दलों ने इसका समर्थन किया है. चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि उन्होंने लगभग 9 हजार करोड़ रुपये जब्त किए हैं 197 में से 180 देश भौतिक मतदान प्रणाली का पालन कर रहे हैं. हमें हर किसी का अनुसरण क्यों करना चाहिए? इस पर जस्टिस विक्रम नाथ ने कहा कि ठीक है, आपको दूसरे देशों का अनुसरण क्यों करना चाहिए?

याचिकाकर्ता पॉल ने कहा कि मैं अपनी प्रार्थनाएं पढ़ना चाहता हूं यहां तक ​​कि चंद्रबाबू नायडू और रेड्डी जैसे राजनीतिक नेताओं ने भी कहा है कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है. मेरे वैश्विक शांति शिखर सम्मेलन के दौरान भी एलन मस्क ने स्पष्ट रूप से कहा था कि ईवीएम तकनीक से छेड़छाड़ की जा सकती है. इसपर जस्टिस विक्रम नाथ ने कहा कि जब चंद्रबाबू नायडू या रेड्डी हारते हैं, तो कहते हैं कि ईवीएम से छेड़छाड़ हुई है, लेकिन जीतने पर कुछ नहीं कहते. हम इसे कैसे देख सकते हैं? हम याचिका को खारिज कर रहे हैं, यह वह जगह नहीं है, जहां आप यह सब बहस कर सकते हैं

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