भारत की बोफोर्स तोप हुई और भी सशक्त

कारगिल युद्ध में पाकिस्तान को नाकों चने चबवाने वाली बोफोर्स तोप अब और भी ज्यादा खतरनाक हो गई है. आधुनिक युद्ध के खतरों और उनसे निपटने की तैयारी अब बोफोर्स ने कर ली है पाकिस्तान के बंकरों और ठिकानों की धज्जियां उड़ानें वाली बोफोर्स अब दुश्मन के ड्रोन को भी हवा में चकना चूर करने की क्षमता रखती है. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने बोफोर्स में ड्रोन गार्ड सिस्टम लगा दिया है. बोफोर्स 40 मिमी एल/70 ऑटोकैनन को एकीकृत करेगा इससे यह आधुनिक हवाई खतरों से निपटने में और भी ज्यादा सक्षम हो गई है

बीईएल के द्वारा बोफोर्स गन में ड्रोन गार्ड सिस्टम को अपग्रेड करने पर ये भारतीय सेना को आधुनिक वॉरफेयर में और भी ज्यादा मजबूती देगा. साथ ही सेना की हवाई रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करेगा यह ऐसे देशों को भी निर्यात करने के अवसर प्रदान करेगा जो बोफोर्स एल/70 ऑपरेट करते हैं और ड्रोन खतरों का सामना कर रहे हैं यह हाइब्रिड सिस्टम अन्य देशों की सेनाओं को भी ड्रोन जैसे हवाई खतरों से निपटने में मदद कर सकता है. यह भारत की रक्षा उद्योग में वैश्विक प्रतिस्पर्धा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है बोफोर्स तोप को हवाई सुरक्षा में क्रांति लाने वाली भी माना जाता है

बोफोर्स को ही क्यों चुना गया?
इसका सबसे बड़ा कारण बोफोर्स की सटीकता पर भारतीय सेना का विश्वास है बोफोर्स तोप ने कारगिल युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. दुश्मन पाकिस्तान के खिलाफ रणभूमि यह तोप भारतीय सेना द्वारा उपयोग की जाती थी. इसकी मारक क्षमता और सटीकता ने पाकिस्तानी सेना को काफी नुकसान पहुंचाया था. बोफोर्स तोप की मदद से भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के कई ठिकानों पर हमला किया और उन्हें कारगिल से खदेड़ दिया

रूस-यूक्रेन युद्ध और इज़रायल गाजा, ईरान और लेबनान युद्ध में जिस तरह से ड्रोन का इस्तेमाल हो रहा है ऐसे में अपनी हवाई सुरक्षा को और भी ज्यादा मजबूती देना बेहत ज़रूरी होता जा रहा है उसी को देखते हुए बोफोर्स को चुना गया है क्योंकि यह तोप युद्ध में दुश्मन के खिलाफ परखी गई है ऐसे में इसमें ड्रोन गार्ड सिस्टम लगना बोफोर्स को और भी ज्यादा घातक हथियार बना देगा

बोफोर्स तोप की खासियत
बोफोर्स तोप एक उन्नत और बहुमुखी तोप है, जो स्वीडिश कंपनी बोफोर्स द्वारा विकसित की गई थी यह तोप भारतीय सेना द्वारा उपयोग की जाती है बोफोर्स तोप की बहुत सी खासियत हैं. बोफोर्स तोप 155 मिमी की मारक क्षमता वाली एक मध्यम दूरी की तोप है यह -3 डिग्री से लेकर 70 डिग्री के ऊंचे कोण तक गोले दाग सकती है, जिससे यह पहाड़ी के एक तरफ़ से दूसरी तरफ़ मार कर सकती है यह एक मिनट में 10 गोले दागने में सक्षम है बोफोर्स तोप की अधिकतम सीमा 39 किलोमीटर है, जो इसे दुश्मन के ठिकानों पर दूर से हमला करने में सक्षम बनाती है. बोफोर्स तोप विभिन्न प्रकार के गोले दाग सकती है, जिनमें उच्च विस्फोटक गोले, स्मार्ट और धुआं गोले शामिल हैं

बोफोर्स तोप में आधुनिक नेविगेशन और फायर कंट्रोल सिस्टम होते हैं, जो इसे अधिक सटीक और प्रभावी बनाते हैं. बोफोर्स तोप मोबाइल और तैनात करने में आसान है, जो इसे विभिन्न प्रकार के युद्धक्षेत्रों में उपयोग करने में सक्षम बनाती है बोफोर्स गन एक 40 मिमी की ऑटोकैनन है, जिसका उपयोग विभिन्न देशों की सेनाओं द्वारा किया जाता है यह गन हवाई और भूमि आधारित लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए डिज़ाइन की गई है

बोफोर्स गन का उपयोग कई देशों की सेनाओं द्वारा किया जाता है, जिनमें भारत, स्वीडन, और सिंगापुर शामिल हैं. यह तोप अपनी हाई फायरिंग कैपेसिटी और दूरी के कारण एक प्रभावी हथियार मानी जाती है. बोफ़ोर्स तोप की गिनती दुनिया की सबसे घातक तोपों में होती है.इसका इस्तेमाल दुश्मन के हेलीकॉप्टर को निशाना बनाने के लिए भी किया जा सकता है

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