राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार को संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी इसके साथ ही भारत के संविधान को अंगीकार करने के 75 साल पूरे होने के मौके पर सालभर चलने वाले जश्न की शुरुआत होगी
PM मोदी, उपराष्ट्रपति धनखड़ भी लेंगे हिस्सा
इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिस्सा लेंगे. PM मोदी भी भारत के संविधान को अपनाए जाने के 75 वर्ष पूरे होने के ऐतिहासिक अवसर पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेंगे
PMO ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के प्रशासनिक भवन परिसर के सभागार में आयोजित संविधान दिवस समारोह के दौरान वो भारतीय न्यायपालिका (2023-24) की सालाना रिपोर्ट जारी करेंगे और इस मौके पर एक सभा को संबोधित भी करेंगे
संविधान दिवस का इतिहास
भारत के स्वतंत्र देश बनने के बाद संविधान सभा ने संविधान का मसौदा तैयार करने का काम डॉ. BR अंबेडकर की अध्यक्षता वाली समिति को सौंपा. भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद संविधान सभा के अध्यक्ष थे, जिसकी स्थापना 1946 में हुई थी
1948 की शुरुआत में डॉ. अंबेडकर ने भारतीय संविधान का मसौदा तैयार किया और इसे संविधान सभा में पेश किया. 26 नवंबर 1949 को इस मसौदे को बहुत कम संशोधनों के साथ अपनाया गया भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ, जिसे गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है
स्वतंत्र भारत के लिए संविधान का मसौदा तैयार करने के महत्वपूर्ण और सबसे ऐतिहासिक कार्य को पूरा करने में संविधान सभा को लगभग तीन साल लगे भारतीय संविधान 1,17,360 शब्दों (अंग्रेजी संस्करण में) के साथ दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है