इतिहास चंद्रचूड़ साहब को कभी माफ नहीं करेगा- संजय राउत

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं चुनाव में बीजेपी ने 132 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत हासिल की तो वहीं, शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट 20 सीटों पर ही सिमट गया उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने पार्टी की हार के बाद, पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ को हार का जिम्मेदार ठहराया साथ ही उन्होंने कहा, महाराष्ट्र का जो चुनाव हुआ और जो नतीजे आए हैं वो बहुत ही चौंकाने वाले रहे हैं ऐसे नतीजे आने की उम्मीद किसी को नहीं थी

संजय राउत ने आगे कहा, नरेंद्र मोदी और अमित शाह को महाराष्ट्र क्यों वोट देगा, पूरा अभियान उनके खिलाफ चला उन्होंने कहा, पीएम मोदी ने यहां का सारा उद्योग गुजरात में शिफ्ट कर दिया, तो लोग यहां पर क्यों उनको वोट देंगे उन्होंने आगे कहा, महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या चल रही है, यहां पर बेईमानी हो गई यह जो नतीजे आए हैं उसके लिए कोई जिम्मेदार होगा तो वो जस्टिस चंद्रचूण हैं

“इतिहास चंद्रचूण साहब को कभी माफ नहीं करेगा”
पूर्व सीजेआई को लेकर संजय राउत ने कहा, उन्होंने अयोग्यता के बारे में समय पर अपना निर्णय नहीं दिया 40 लोगों ने बेईमानी की, 40 विधायक जिस पार्टी से चुन कर आए थे उस पार्टी को छोड़ कर दूसरी पार्टी में जाकर सत्ता में बैठ गए, आपकी (जस्टिस चंद्रचूड़) जिम्मेदारी थी, आप संविधान के रक्षक थे आपने अगर निर्णय दिया होता तो यह हिम्मत आगे कोई नहीं करता, आप आज भी वो खिड़की-दरवाजे खुले रख कर वहां से रिटायर हो गए, अब कोई भी किसी तरह से पार्टी बदल सकता है या अपनी पार्टी को छोड़ कर दूसरी पार्टी बना सकता है. इतिहास चंद्रचूण साहब को कभी माफ नहीं करेगा

साल 2022 में उद्धव ठाकरे की शिवसेना से एकनाथ शिंदे कई विधायकों को लेकर अलग हो गए थे और उन्होंने बीजेपी के साथ जाकर सरकार बना ली थी इसी के बाद इस मामले को लेकर उद्धव ठाकरे ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था कोर्ट ने अयोग्यता याचिकाओं पर निर्णय लेने की जिम्मेदारी विधानसभा स्पीकर पर डाल दी थी बाद में स्पीकर राहुल नार्वेकर ने शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को असली शिवसेना घोषित कर दिया था उद्धव ठाकरे की शिवसेना से बगावत करके एकनाथ शिंदे बीजेपी से हाथ मिलाकर सीएम की कुर्सी पर काबिज हो गए थे

MVA की उम्मीदों पर फिरा पानी
महाराष्ट्र की 288 सीटों पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे) गुट ने महाविकास अघाड़ी गठबंधन के तहत 95 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें वो सिर्फ 20 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब हुई दूसरी तरफ गठबंधन पार्टी कांग्रेस ने 101 सीटों पर चुनाव लड़ा था, उसमें उन्होंने 16 सीटों पर जीत हासिल की और एनसीपी (एसपी) ने 86 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्होंने 10 सीटों पर फतह हासिल की वहीं, महायुति में बीजेपी ने 132, शिंदे गुट ने 57, अजित पवार गुट ने 41 सीट हासिल की

संजय राउत ने हार के बाद कहा, हम दुखी है, लेकिन निराश नहीं है हम लड़ाई को अधूरा नहीं छोड़ेंगे वोटों का बटवारा भी हार का एक फैक्टर था और आरएसएस ने चुनाव में काफी अहम रोल निभाया साथ ही उन्होंने कहा, नई सरकार को पड़ोसी राज्य गुजरात में जाकर शपथ ग्रहण समारोह करना चाहिए

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