बेरुत। कुछ दिन पहले हिजबुल्ला ने पीएम नेतन्याहू के घर पर बम से हमला किया था, वहीं अब इजरायल ने इसको लेकर कड़ा पलटवार किया है। लेबनान ने कहा कि गुरुवार को देश के पूर्व और दक्षिण में इजरायली हमलों में 52 लोग मारे गए साथ ही दक्षिणी बेरूत में भी हमले हुए। पिछले एक साल में हिजबुल्ला ने इजरायल का सबसे बड़ा हमला बताया।
इजरायल ने दक्षिणी लेबनान में जमीनी सेना भेजी
गाजा संघर्ष को लेकर इजरायल और हिजबुल्ला के बीच 11 महीने से अधिक समय तक सीमा पार से गोलीबारी सितंबर में चौतरफा युद्ध में बदल गई, जिसमें इजरायल ने एक व्यापक बमबारी अभियान चलाया, जिसमें मुख्य रूप से हिजबुल्ला के गढ़ों को निशाना बनाया गया और दक्षिणी लेबनान में जमीनी सेना भेजी गई।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि पूर्वी लेबनान की बेका घाटी में इजरायल के हमलों ने बालबेक जिले को निशाना बनाया गया, जिसमें 40 लोग मारे गए और 52 घायल हो गए। लेबनान की आधिकारिक राष्ट्रीय समाचार एजेंसी (एनएनए) ने कहा कि मकनेह गांव में एक घर पर हुए हमले में एक दंपति और उनके चार बच्चे मारे गए, जबकि पास के नाभा में एक हमले में मारे गए 11 लोगों में एक अन्य दंपति और उनकी छोटी बेटी भी शामिल थी।
मंत्रालय ने दक्षिण लेबनान के नबातियेह जिले में इजरायल के हमलों में सात मृत और 24 घायल और दक्षिण लेबनान में अन्य स्थानों पर हमलों में पांच मृत और 26 घायल होने की भी सूचना दी।
नेतन्याहू की बढ़ी मुश्किलें, इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने जारी किया अरेस्ट वारंट अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) ने गुरुवार को कथित युद्ध अपराधों और मानवता के खिलाफ अपराधों को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनके पूर्व रक्षा मंत्री योआव गैलेंट के साथ ही हमास नेता इब्राहिम अल-मसरी के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया।
इस पर इजरायल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उसने कहा कि आईसीसी अपनी सभी वैधता को खो चुका है। बता दें कि आईसीसी ने 17 मार्च, 2023 को युक्रेन युद्ध को लेकर ऐसे ही आरोपों में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
कोर्ट ने क्या कहा?
आईसीसी के जजों ने अपने निर्णय में कहा कि यह मानने के लिए ठोस आधार है कि नेतन्याहू और गैलेंट गाजा में भुखमरी और फलस्तीनियों पर अत्याचार के लिए आपराधिक रूप से जिम्मेदार हैं, जबकि अल-मसरी के लिए वारंट में सात अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हमले के दौरान सामूहिक हत्याओं, दुष्कर्म और लोगों को बंधक बनाने जैसे आरोपों को शामिल किया गया है।