गौतम अडाणी पर अमेरिका में घूस देने और रिश्तखोरी का आरोप लगा

अमेरिका में गौतम अडानी के पर 21 अरब रुपये के रिश्वत के आरोप लगने के बाद विपक्ष के नेता राहुल गांधी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अरेस्ट करने की मांग की गांधी ने गौतम अडानी पर लगे आरोप के बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल खड़ा किया कि अडानी जी फ्री कैसे घूम रहे हैं? हमलोग ये सवाल लगातार उठा रहे हैं लेकिन, अडानी पर जांच नहीं की गई, क्यों सरकार उनको बचा रही है राहुल ने कहा कि अमेरिका में अडानी पर जांच से ये साबित हो गया है कि उन्होंने अमेरिका और भारतीय कानून को तोड़ा है उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदुस्तान में अडानी जी का कुछ नहीं किया जा सकता, मुख्यमंत्री 10-15 कोरड़ के जेल के अंदर चले जाते हैं लेकिन, अडानी बाहर घूम रहे हैं. हम उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं

राहुल गांधी ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने न केवल गौतम अडानी पर बल्कि सेबी की प्रमुख माधबी पुरी बुच पर भी आरोप लगाया उन्होंने कहा कि हमने पहले ही कहा कि वह इन घोटालों की किंगपीन हैं माधबी बुच गौतम अडानी की शेयर प्राइस को कंट्रोल करती हैं, उनको वहां से हटाना चाहिए नहीं तो आने वाले समय में केवल बड़े इन्वेस्टर ही बच पाएंगे, रिटेल इन्वेस्टर खत्म हो जाएंगे उन्होंने कहा कि विपक्ष का नेता होने के नाते मेरा काम आपको बचाने की है और मैं वही करना चाहता हूं

अमेरिका में आडाणी ग्रुप को तगड़ा झटका लगा है अमेरिका में गौतम अडानी सहित 7 लोगों पर 2 बिलियन डॉलर की धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी के आरोप लगे हैं उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही है खबर ये है कि इन्होंने सौर ऊर्जा के कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को 250 मिलियन डॉलर (करीब 21 अरब रुपये) से अधिक घुस देने का वादा किया था वहीं, विपक्ष ने सरकार पर हमला बोल दिया है वहीं, लोकसभा के विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज दोपहर 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं आपको बताते चलें कि जिस दिन आडाणी ग्रुप पर अमेरिका में रिश्वतखोरी मामले में आरोप लगा था, उसी दिन उन्होंने ग्रीन एनर्जी में निवेश को लेकर बधाई दी थी

अमेरिका में न्याय विभाग ने आरोप लगाया है कि अडानी ग्रुप ने अरबों डॉलर का मुनाफा कमाने वाले सौर ऊर्जा अनुबंधों को सुरक्षित करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत दी. अभियोग में अडानी और उनके सहयोगियों पर 3 बिलियन डॉलर से अधिक के ऋण और बॉन्ड प्राप्त करने के लिए झूठे बयान देने का आरोप लगाया गया है, जिसमें अमेरिका के विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं अडानी के लिए “न्यूमेरो यूनो” और “द बिग मैन” जैसे कोड नामों का इस्तेमाल किया गया अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी और अन्य के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए हैं

अमेरिका में जनरल लिसा एच. मिलर ने कहा, ‘इस अभियोग में भारतीय सरकारी अधिकारियों को 250 मिलियन डॉलर से अधिक की रिश्वत देने, निवेशकों और बैंकों से झूठ बोलने और न्याय में बाधा डालने की योजना का आरोप लगाया गया है’ अमेरिकी सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन ने भी अडानी समूह के खिलाफ आरोप पाइल कर दिए हैं, इससे समूह की कानूनी परेशानियां बढ़ गई हैं

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