भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर कहा है कि कांग्रेस की विचारधारा और डीएनए हिंदू और सनातन विरोधी हैं कांग्रेस अब कह रही है कि जो लोग गेरुआ और केसरी रंग के कपड़े पहनते हैं वो राजनीति में नहीं आने चाहिए. सनातन धर्म के साधुओं के लिए कांग्रेस की सोच है कि वो राजनीति में नहीं आने चाहिए, लेकिन क्या वो कभी मौलाना और मौलवी के बारे में ऐसा कहेंगे?
पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस कह रही है कि मोदी जी के नेतृत्व में देश में सनातन आ जाएगा पहले भी इन्होंने ‘सनातन बीमारी’, ‘हिंदुओं को धोखा’, ‘राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को नाच गाना बताया है’ कांग्रेस पार्टी ने ‘सफेद आतंकवाद’ और ‘हिंदू आतंकवाद’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है क्या इनकी तरफ से दूसरे धर्मों के बारे में कभी ऐसा कहा गया है? कांग्रेस वोट बैंक के लिए हिंदू धर्म को हमेशा से चोट पहुंचाती है रही है कांग्रेस ‘बंटोगे तो कटोगे’ को सांप्रदायिक और वोट जिहाद को धर्मनिरपेक्ष मानती है
साधु राजनेता नहीं बन सकते
‘संविधान बचाओ सम्मेलन’ में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर बिना उनका नाम लिए निशाना साधा उन्होंने कहा कि या तो वे सफेद कपड़े पहन लें, या फिर साधु संत राजनीति से बाहर चले जाएं खरगे ने कहा कि बीजेपी में कई नेता साधु के वेश में रहते हैं और अब वो राजनेता के साथ-साथ मुख्यमंत्री भी बन गए हैं उनके सिर पर बाल नहीं हैं और वे ‘गेरुआ’ कपड़े पहनते हैं
खरगे ने आगे कहा कि आप संन्यासी हैं और ‘गेरुआ’ कपड़े पहनते हैं तो राजनीति आपके लिए नहीं है एक तरफ आप ‘गेरुआ’ कपड़े पहनते हैं और दूसरी तरफ आप कहते हैं ‘बंटोगे तो कटोगे’ बीजेपी लोगों के बीच नफरत फैला रही है और सबको बांटने की कोशिश कर रही है उन्होंने कहा कि संत के कपड़े पहनकर ऐसा कहने वालों की पवित्रता क्या रह गई है? साधु-संतों का काम तो देश को जोड़ना है, लेकिन ये अपनी बयानबाजी से देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं