श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और सात बार के विधायक अब्दुल रहीम राथर को सोमवार को सर्वसम्मति से जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश की पहली विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया।
आज सुबह 10ः30 बजे जम्मू-कश्मीर विधानसभा सत्र की कार्यवाही शुरू होने के बाद 78 वर्षीय राथर जोकि शेख अब्दुल्ला, फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला की कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं को अध्यक्ष चुना गया। ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री जावेद अहमद डार ने उन्हें इस प्रतिष्ठित पद के लिए चुनने का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव का समर्थन एनसी के रामबन विधायक अर्जुन सिंह राजू ने किया।
विपक्षी दलों द्वारा इस पद के लिए चुनाव न लड़ने का फ़ैसला करने के बाद प्रोटेम स्पीकर मुबारक गुल ने स्पीकर के रूप में अपने चुनाव की घोषणा की। उनके चुनाव के तुरंत बाद सदन के नेता उमर अब्दुल्ला और विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने उन्हें स्पीकर की कुर्सी तक पहुँचाया।
इसके बाद वरिष्ठ भाजपा नेता और जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने निर्वाचित अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर के अनुभव की प्रशंसा करते हुए विपक्ष की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया जबकि अध्यक्ष से नरम रुख की मांग की।
सुनील शर्मा ने सदन को संबोधित करते हुए कहा महोदय, मैं आपको अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई देता हूं। आपको इस सदन में रहने का व्यापक अनुभव है। आप सरकार में और विपक्ष में भी रहे हैं। विपक्ष की ओर से मैं आपको पूर्ण समर्थन का आश्वासन देता हूं। हम सभी आपके अनुभव से सीखेंगे।
सुनील शर्मा ने कहा कि सत्ता पक्ष की तुलना में विपक्ष को ज््यादा ध्यान देने की ज़रूरत है। शर्मा ने कहा कि हमारे विपक्षी खेमे में युवा खून है लेकिन इसके बावजूद हम आपको भरोसा दिलाते हैं कि हम अनुशासन बनाए रखेंगे और नियमों का पूरी भावना से पालन करेंगे। शर्मा को कल भाजपा के नेता प्रतिपक्ष के रूप में चुना गया था।