नगर परिषद लेडी बंगला जमीन पर कोई कार्य नहीं कर सकता कोर्ट ने उनके पक्ष में स्टे ऑर्डर जारी कर दिया है-नौशाद

बाराबंकीI नगर के बीचोबीच जामा मस्जिद के सामने (लेडी बंगला) वाली ज़मीन को लेकर विवाद चला आ रहा है, नगर पालिका परिषद की तरफ से कुछ लोगो पर नगर थाना कोतवाली मैं रिपोट भी दर्ज हुई थी जिसमे कुछ लोग जेल भी जा चुके है, उस एफआईआर में मशहूर जमीन बिल्डर मो नौशाद उर्फ चन्दा को भी जेल भेजा गया थाI लंबे समय के बाद ज़मीन को लेकर फिर नया मोड़ आया है, आपको बताते चले लेडी डॉक्टर बंगले वाला मामला आजकल जिले में काफी चर्चा में है। इस मामले में बिल्डर चंदा ने प्रेस वार्ता के माध्यम से अपनी स्थिति स्पष्ट की और आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि उक्त विवादित स्थल का विवाद से कोई संबंध नहीं है, और इसे विवादित बनाना बिल्कुल गलत है। बिल्डर चंदा ने कहा कि यह जमीन नगर परिषद बाराबंकी की संपत्ति कभी नहीं रही। यह संपत्ति अजीमुद्दीन अशरफ के खानदान की पुश्तैनी मिल्कियत है, जिसे उनके परिवार ने कई पीढ़ियों से संभाला हुआ है। इस संपत्ति पर नगर परिषद द्वारा किसी प्रकार का कार्य न हो सके, इसके लिए कोर्ट ने उनके पक्ष में स्टे ऑर्डर जारी कर दिया हैI

इस विवाद के कारण पहले कुछ लोगों को प्रशासन द्वारा जेल भी भेजा गया है, कुछ लोग इस जमीन की रजिस्ट्री भी करा चुके थेI इस वजह से बिल्डर चंदा को नाहक बदनामी का सामना करना पड़ा और उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा। चंदा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि इस घटना से वे इतने आहत हुए हैं कि उन्होंने अब बाराबंकी में कोई बिल्डर का काम न करने का फैसला किया है। पत्रकारों के सवालो का जवाब देते हुए कहा की इस मामले में उनकी छवि को काफी नुकसान पहुंचाया है। विवाद की वजह से जिस तरह से उन्हें सार्वजनिक रूप से अपमानित होना पड़ा,उससे वे काफी निराश हैं। अब वे बाराबंकी में किसी भी प्रकार के विकास कार्यों से अपने आपको को दूर रखेंगे। बिल्डर चंदा ने कहा है कि जमीन विवाद का मामला अब कोर्ट के हाथ में है और नगर परिषद नवाबगंज लेडी डॉक्टर बंगले पर कोई भी नया काम नही करेगा I उहोने बताया की घोसियाना की जमीन पर भी अब कोई मेरा नाम नहीं है इसके बावजूद मेरे खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया हैI काफी समय पूर्व विवादित जमीन को सम्बंधित विभाग में उक्त जमीन को वह वापस कर चुके हैI

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