रायपुर पश्चिम उपचुनाव में कांग्रेस को भीतरघात का खतरा, नेताओं की निगरानी शुरू

छत्तीसगढ़ के रायपुर में कांग्रेस पार्टी को अपने कार्यकर्ताओं के बीच वफादारी बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाने पड़ रहे हैं। यह स्थिति रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के लिए युवा नेता आकाश शर्मा को टिकट दिए जाने के बाद उपजी है।

ज्ञात हो कि पार्टी ने कई बड़े और अनुभवी नेताओं को दरकिनार करते हुए युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा को टिकट दिया गया है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कन्हैया अग्रवाल और प्रमोद दुबे जैसे दिग्गजों ने टिकट कटने पर दबी जुबान में सही अपना असंतोष व्यक्त किया है। लिहाजा पार्टी ने टिकट दावेदारों की गतिविधियों का सर्वेक्षण और निगरानी शुरू की है। इस कदम का उद्देश्य भीतरघात की संभावनाओं को कम करना है।

कन्हैया अग्रवाल की नाराजगी ने बढ़ाया हार का डर

कांग्रेस नेता कन्हैया अग्रवाल टिकट मांगा था, लेकिन जब उन्हें नामांकित नहीं किया गया तो उन्होंने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का फैसला किया था। हालांकि, नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन, पूर्व सीएम भूपेश बघेल समेत कई अन्य वरिष्ठ नेताओं के समझाने के बाद अपना फैसला बदल लिया। इस घटना के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज बेहद सतर्कता के साथ रणनीति तैयार कर रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक टिकट न मिलने से नाराज नेताओं और उनके समर्थकों की सूची बनाकर उनपर नजर रखी जा रही है,ताकि चुनाव के दौरान भीतरघात की संभावनाओं से बचा जा सके।

भाजपा का पारम्परिक सीट है रायपुर दक्षिण

रायपुर दक्षिण सीट को भाजपा का गढ़ माना जाता है। इस सीट का प्रतिनिधित्व बीजेपी के दिग्गज नेता बृजमोहन अग्रवाल करते रहे हैं, जो इस निर्वाचन क्षेत्र से 8 बार विधायक रह चुके हैं। बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद, भारतीय जनता पार्टी ने नए उम्मीदवार सुनील सोनी की रायपुर के पूर्व मेयर और पूर्व सांसद सुनील सोनी को मैदान में उतरा है।

ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ की रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख घोषित कर दी है। इस सीट पर 13 नवंबर को मतदान होना है, जबकि नतीजे दस दिन बाद 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।

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