मिडिल ईस्ट में शनिवार तड़के इजरायल ने ईरान पर बड़ा हमला किया. इजरायली सेना के मुताबिक, उन्होंने ईरान के कई सैन्य ठिकानों और तेहरान के आसपास के शहरों पर बम बरसाए.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले के लिए इजरायल ने 100 से अधिक फाइटर जेट का इस्तेमाल किया. आईडीएफ अधिकारियों ने बताया कि सभी फाइटर प्लेन सुरक्षित लौट आए. इस ऑपरेशन का कोड नाम “पश्चाताप के दस दिन” रखा गया था.
इजरायल ने ईरान के चार शहरों पर हमला किया. आईडीएफ के अनुसार, 1600 किलोमीटर दूर किए गए इस हमले में एफ-35 फाइटर जेट और जासूसी विमानों का इस्तेमाल किया गया. आईडीएफ ने कहा, “इजरायल पर हमले की कीमत चुकानी पड़ेगी. हमने अपना मिशन पूरा किया.”
इजरायल पर करीब 200 रॉकेट दागे
यह हमला एक अक्टूबर को ईरान द्वारा किए गए एयर स्ट्राइक का जवाब माना जा रहा है. ईरान ने पहले इजरायल पर करीब 200 रॉकेट दागे थे, जिसके बाद इजरायल ने भी बदला लेने का फैसला किया.
इजरायल को ईरान में कार्रवाई करने की पूरी आजादी
आईडीएफ प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा कि अब इजरायल को ईरान में कार्रवाई करने की पूरी आजादी है. ईरान ने दो बार इजरायल पर हमला किया और अब उसे इसके लिए कीमत चुकानी पड़ेगी. हम गाजा और लेबनान में युद्ध पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे, लेकिन ईरान ने इस क्षेत्र में युद्ध को बढ़ावा दिया है.
कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया
ईरान के एयरफोर्स ने इस बात की पुष्टि की है कि इजरायली हमले में तेहरान और अन्य शहरों में कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिसमें काफी नुकसान हुआ.