बारामुल्ला आतंकी हमले में मारे गए सेना के पोर्टर को न्याय की जरूरत

जम्मू। शुक्रवार को बारामुल्ला आतंकी हमले में मारे गए पोर्टर के रिश्तेदारों ने सरकार से परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है।

उन्होंने ने कहा कि घर पर उनके पिता थे जो कैंसर के मरीज हैं और उनकी मां बुजुर्ग हैं।

उनका एक 3 साल का बच्चा है। वह 3 साल का बच्चा कहां जाएगा। घर में आय का कोई स्रोत नहीं है, उनके पिता हर महीने दवाओं और अन्य जरूरतों पर 10,000 से 12,000 रुपये खर्च करते हैं। हम सरकार से आग्रह करना चाहते हैं कि उसके परिवार को न्याय की जरूरत है।

मुश्ताक अहमद चौधरी के रूप में पहचाने जाने वाले मृतक पोर्टर की गुरुवार को बारामुल्ला में एक सैन्य वाहन पर हुए आतंकवादी हमले में मौत हो गई थी।

पोर्टर के परिवार ने शुक्रवार को बारामुल्ला के नौशेरा में उनके निवास पर उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।

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