लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में उत्तर प्रदेश की आर्थिक वृद्धि पर जोर देते हुए कहा कि प्रदेश का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) मार्च 2025 तक 32 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है. उन्होंने यह बात एक गोलमेज सम्मेलन में कही, जहां उन्होंने राज्य की उपलब्धियों और विकास योजनाओं के बारे में चर्चा की.
विकास की नई नीति
योगी ने बताया कि पहले की सरकारें माफिया के साथ मिली हुई थीं, लेकिन उनकी सरकार ने “एक जिला, एक उत्पाद” (ओडीओपी) योजना के तहत प्रदेश की ब्रांडिंग की है. उन्होंने कहा कि पूर्व सरकारों के समय राज्य का GDP 12 लाख करोड़ रुपये था, जो उनकी सरकार के प्रयासों से बढ़कर 26 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है.
निवेश का बढ़ता अवसर
मुख्यमंत्री ने निवेश के क्षेत्र में भी सुधारों की चर्चा की. उन्होंने बताया कि 2017 में उनकी सरकार बनने के बाद निवेश की स्थिति खराब थी, लेकिन अब स्थिति बदल गई है. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिए प्रदेश को 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिससे 1.5 करोड़ युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना है.
सुरक्षा में सुधार
योगी ने राज्य में सुरक्षा व्यवस्था पर भी ध्यान दिया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पुलिस बल में बड़े सुधार किए हैं और 1.54 लाख नए पुलिस कर्मियों की भर्ती की गई है. इससे अपराधियों में खौफ पैदा हुआ है और अब पुलिस पूरी तरह सक्षम है.
बुनियादी ढांचे का विकास
मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश अब देश का सबसे अधिक एक्सप्रेसवे वाला राज्य बन गया है. उन्होंने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे जैसे बड़े परियोजनाओं का उल्लेख किया. इसके अलावा, मेट्रो रेल परियोजनाएं भी तेजी से चल रही हैं.
कृषि और वाणिज्य का समन्वय
योगी ने कृषि, गोरक्षा और वाणिज्य के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि ये सभी एक साथ चलते हैं और राज्य के एमएसएमई और कुशल श्रमबल बड़े निवेश के लिए आधार बनते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विश्वकर्मा योजना और ओडीओपी योजना रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रही हैं.