महाराष्ट्र के पुणे जिले के एक गांव से अवैध रूप से रह रहे 21 बांग्लादेशी नागरिक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है आतंकवाद निरोधक शाखा ने गुप्त सूचना के आधार पर पुणे जिले के रंजनगांव एमआईडीसी क्षेत्र के पास कारेगांव इलाके में छापेमारी की
इस दौरान 15 पुरुषों, चार महिलाओं और दो ट्रांसजेंडरों को गिरफ्तार किया गया इन लोगों ने फर्जी पैन कार्ड, आधार कार्ड और फर्जी वोटर आईडी बनवा रखी थी
पुणे ग्रामीण एसपी पंकज देशमुख के अनुसार आरोपियों के खिलाफ रंजनगांव एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. गिरफ्तारी के बाद आरोपियों को आज (बुधवार) अदालत में पेश किया गया. अदालत ने दस ऐसे आरोपियों को हिरासत भेज दिया है इनमें से कुछ छह महीने से और कुछ 10 साल से यहां रह रहे थे
सभी एंगल से हो रही है जांच
इन बांग्लादेशी नागरिक के भारत में घुसने के कारणों और उनकी बैकग्राउंड की जांच की जा रही है कि क्या वे किसी आतंकी संगठन से तो नहीं जुड़े हैं इसके साथ ही इन लोगों को फर्जी दस्तावेजों मुहैया करवाने वालों का भी पता लगाया जा रहा है. वहीं बांग्लादेशी नागरिक भारत में क्यों रह रहे थे इसकी भी जांच की जा रही है हालांकि, इसमें से कुछ नागरिक श्रमिक का काम करते थे जांच के दौरान यह भी पता चला है कि इनमें से कुछ नागरिकों ने विभिन्न अवैध मार्गों से भारत से प्रवेश किया है इनमें से कुछ पश्चिमी बंगाल सीमा को पार कर और कुछ समुद्री रास्ते से भारत में घुसे
8 बांग्लादेशी महिलाओं की भी हुई थी गिरफ्तारी
इससे पहले सितंबर माह में ठाणे जिले अवैध रूप से रह रहीं आठ बांग्लादेशी महिलाओं की भी गिरफ्तारी हुई थी इनमें से सात महिलाओं को नवी मुंबई से और एक महिला को अंबरनाथ से गिरफ्तार किया था एनआरआई थाना पुलिस ने एक सूचना के आधार पर नवी मुंबई के करावे गांव में छापा मारा इस दौरान दो कमरों में रह रही सात महिलाओं को गिरफ्तार किया गया