लखनऊ। पुलिस स्मृति दिवस का आयोजन साेमवार 21 अक्टूबर को रिजर्व पुलिस लाइन में आयोजित हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद पुलिस जनों को श्रद्वाजंलि अर्पित की। शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया। इससे पहले उन्हाेंने परेड की सलामी ली।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस जन अत्यंत कठिन परिस्थितियाें में भी अपना काम करते हैं। हमारे बहादुर जवानों ने प्रदेश में कानून राज बनाये रखने के लिए शानदार काम किया। अपने कर्तव्य को निर्वाहन करते हुए करीब 1618 पुलिस कर्मी घायल हुए। 17 पुलिसकर्मियों ने अपनी जान गवाईं। 61 माफियाओं की सजा दिलायी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को सुरक्षा का माहौल दिया गया। प्रदेश में 11.73 लाख सीसीटीवी लगाये गए। 2.68 लाख किमी. फुट पेट्रोलिंग की गयी।
अपराध पर नियंत्रण करने, कानून व्यवस्था काे बेहतर बनाये करने के साथ-साथ महिला सुरक्षा के प्रयास का सराहनीय है। 115 शहीद कर्मिकों को 36 करोड़ 20 लाख की आर्थिक सहायता दी जा रही है। पुलिस कर्मियों के चिकित्सा से जुड़े मामलों में 12 करोड़ रुपये, गंभीर रूप से बीमार लोगों को पांच करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं। मृतक आश्रितों को सहायता उपलब्ध करायी जा रही है। एक लाख से अधिक पुलिस कर्मियों को प्रोन्नति दी गई। 60 हजार पुलिस कर्मियों की भर्ती का काम चल रहा है। इस अवसर पर शहीद पुलिस कर्मी रोहित कुमार और सचिन राठी के परिवार को सम्मनित किया गया। इस माैके पर महापाैर सुषमा खर्कवाल, समाज कल्याण मंत्री असीम अरूण, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार समेत अन्य पुलिसकर्मी माैजूद थे।
उल्लेखनीय है कि कर्तव्यपालन के दाैरान संवेदनशीलता, समपर्ण और त्याग का अप्रतिम उदाहरण प्रस्तुत करने वाले शहीद पुलिसकार्मिकाें की स्मृति में प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है।