मछरेहटा-सीतापुर। ग्राम बीहट बीरम जो धार्मिक कार्यक्रमों में सदैव अग्रणी रहा जहां एक दो नहीं कुल छोटे-बड़े 62 मंदिर है।इसी गांव में 23 वर्षों से श्री रुद्र महायज्ञ एवं विराट संत समागम का आयोजन प्रति वर्ष अनवरत हो रहा है।सप्त दिवसीय यज्ञ का शुभारम्भ 13 अक्टूबर को नैमिषधाम जलयात्रा से हुआ तथा इसी दिन से 16 अक्टूबर तक दिन और रात्रि के बेला में विद्वान वक्ताओं के द्वारा प्रवचन हुए तथा 17 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक वृन्दावन की रासलीला का आयोजन जारी है।इस सप्त दिवीसय यज्ञ में प्रतिदिन सुबह और शाम गांव के ही नागरिक विशाल भंडारे का आयोजन करते हैं।इस महायज्ञ में अंतिम दिन के पूर्व दिनांक 18 अक्टूबर को प्रहलाद और हिरण्यकश्यप के नाट्य मंचन का वृंदावन से पधारी रासलीला कमेटी के द्वारा किया गया।आज समापन दिवस पर विगत वर्ष की भांति पूर्णाहुति विशाल सार्वजनिक भंडारे का आयोजन गांव के नागरिक कुशल निर्यात व्यापारी,रग्स खैराबाद संचालक प्रदीप दीक्षित भोनू के सहयोग से हो रहा है जिसमें गांव के साथ क्षेत्र के कई गांवों के लोग प्रसाद ग्रहण करने आते हैं।इस महायज्ञ में विगत वर्षों से प्रेरक प्रख्यात कथावाचक पं मनोहन स्वरूप मिश्र,यज्ञमान मातृदत्त अवस्थी हैं तथा मंच संचालक शिक्षक वासुदेव अग्निहोत्री का दायित्व निर्वहन कर रहे हैं।अन्य व्यवस्थाओं का प्रबंध महायज्ञ की समिति के सदस्यों और सहयोगियों द्वारा वर्षों से किया जा रहा है।