मिहींपुरवा बहराइच – कतर्नियाघाट वन क्षेत्र अंतर्गत सुजौली रेंज के ग्राम पंचायत सुजौली के अयोध्या पुरवा गांव में तेंदुए के आतंक से पिछले एक महीने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ था। सितंबर महीने में तेंदुए ने घर में घुसकर 13 वर्षीय बालिका साईबा को घायल किया था। इसके बाद दो अक्टूबर की देर रात को वृद्ध महिला 80 वर्षीय रहमाना को घर में घुसकर घायल कर दिया था। लगातार तेंदुए की घटना से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ था, जिस पर वन विभाग के द्वारा 2 अक्टूबर की रात में पिंजड़ा लगाया गया था, और कुछ घंटे बाद ही एक मादा तेंदुआ पिंजड़े में कैद हो गई थी। जिसको ट्रांस गेरुआ के जंगल में छोड़ दिया गया था। इसके बाद भी सुजौली रेंज के अयोध्या पुरवा गांव में तेंदुआ का आतंक लगातार बना हुआ था। जिसको देखते हुए ग्रामीणों की मांग पर वन क्षेत्राधिकारी रोहित यादव ने डीएफओ कतर्नियाघाट को पत्र लिखा था।
जिसके पश्चात एक बार फिर वन विभाग ने हमलावर तेंदुए को पकड़ने के लिए गांव के निकट शाम को एक गन्ने के खेत में पिंजरा लगाया था। शिकार के लिए पिंजरे में बकरी बांधी गई थी। पिंजड़ा लगने के कुछ दिन बाद ही गुरुवार देर रात को लगे पिंजड़े में रात 1 बजे के करीब तेंदुआ बकरी के शिकार के चक्कर में पिंजड़े में कैद हो गया। मौके पर पहुचे वन क्षेत्राधिकारी रोहित यादव ने आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है। डिप्टी रेंजर मनोज कश्यप की देखरेख में पिंजरा ट्राली पर लादकर रेंज कार्यालय ले जाया गया।वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि पिंजरे में कैद तेंदुए को रेंज कार्यालय ले जाया गया है। शुक्रवार सुबह जिला प्रशासन की ओर से गठित टीम द्वारा गठित डॉक्टर का पैनल तेंदुए का स्वास्थ्य परीक्षण करेगा इसके बाद विभागीय उच्च अधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्यवाई की जायेगी।