लखनऊ। राजभवन में गुरुवार को ‘‘सडन कार्डियक अरेस्ट‘‘ के सम्बन्ध में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कार्डियोलॉजी विभाग एस0जी0पी0जी0आई0, लखनऊ के डॉ. आदित्य कपूर एवं उनकी टीम ने राजभवन के कर्मचारियों एवं अधिकारियों को महत्वपूर्ण जानकारी व प्रशिक्षण प्रदान किया।
कार्यशाला में ‘‘सडन कार्डियक अरेस्ट‘‘ के लक्षण, सी0पी0आर0 एवं आपात स्थिति से निपटने हेतु उपाय व त्वरित उपचार के बारे में बताया गया। इस अवसर पर पी0पी0टी0 एवं वीडियो के माध्यम से एक प्रस्तुतिकरण भी किया गया, जिसमें सी0पी0आर0 की प्रक्रिया को स्पष्ट रूप से दिखाया गया।
डॉ. आदित्य कपूर ने सडन कार्डियक अटैक और हार्ट अटैक में अंतर, आपातकालीन स्थिति में सहायता, कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सी0पी0आर0) तकनीक, वेंट्रिकुलर फिब्रिलेशन, ए0ई0डी0 मशीन, शॉक मशीन आदि के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर आपातकालीन परिस्थितियों में पीड़ितों की तत्काल सहायता से सम्बन्धित गुड समैरिटन लॉ व अन्य कानूनी प्रावधानों की भी चर्चा की गई।
डॉ0 कपूर ने अपने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से उपस्थित लोगों को बताया कि समय पर सही जानकारी और त्वरित कार्यवाही कितनी महत्वपूर्ण होती है। कार्यशाला में उपस्थित लोगों ने इस संदर्भ में व्यवहारिक अभ्यास भी किया, जिससे उन्हें आवश्यक कौशल सीखने का अवसर मिला।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ. सुधीर महादेव बोबडे, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा डॉ. पंकज एल0 जानी, विशेष सचिव राज्यपाल श्रीप्रकाश गुप्ता समेत राजभवन के समस्त अधिकारी व कर्मचारीगणों की उपस्थिति रही।