राष्ट्रीय राजधानी से सटे गाजियाबाद के खोड़ा इलाके से पुलिस ने बंद हो चुकी पुरानी करेंसी की बड़ी खेप पकड़ी है हरियाणा के पानीपत से तीन लोग बोरी में भरकर 97 लाख रुपये के ये पुराने नोट चालू करेंसी से बदलने के लिए यहां लाए थे यह सभी नोट 500 रुपये की 194 गड्डियों की शक्ल में हैं इन नोटों के बदले में आरोपियों को 13 से 14 लाख रुपये मिलने थे नोटों को बदलने के लिए ये लोग खोड़ा इलाके में खड़े होकर गाजियाबाद के डीलर का इंतजार ही कर रहे थे कि ऐन वक्त पर पुलिस पहुंच गई
इस दौरान दोनों मुख्य आरोपी तो मौके से फरार होने में सफल हो गए, लेकिन उनका एक साथ पुलिस के हत्थे चढ़ गया गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक पुरानी करेंसी लेकर गाजियाबाद पहुंचे आरोपी की पहचान जयपुर के रहने वाले भवानी सिंह के रूप में हुई है वह पानीपत के प्रापर्टी डीलर मंजीत मान के ऑफिस में मैनेजर है एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र सिंह के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली थी कि खोड़ा थाना क्षेत्र के नगर पटरी चौकी क्षेत्र के पास कुछ लोग टप्पेबाजी की फिराक में हैं इस सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची
प्रापर्टी डीलर का मैनेजर है पकड़ा गया आरोपी
वहां एक कार में दो लोग बैठे थे और बाहर खड़े एक व्यक्ति से कुछ बातचीत कर रहे थे संदेह होने पर पुलिस ने इनसे पूछताछ करने की कोशिश की तो कार में सवार आरोपी तेजी से गाड़ी चलाते हुए मौके से फरार हो गए वहीं बाहर खड़े व्यक्ति को पुलिस ने दबोच लिया पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने अपनी पहचान भवानी सिंह निवासी जयपुर के रूप में बताई कहा कि वह पानीपत के प्रापर्टी डीलर मंजीत मान के ऑफिस में मैनेजर है पुलिस ने उसके पास से बरामद नोटों की गड्डी के बारे में पूछताछ की
प्रापर्टी डीलर की तलाश में जुटी पुलिस
इसमें भवानी सिंह ने बताया कि यह पूरी रकम मंजीत मान और उसके साथी नरेंद्र गिरी की है उन लोगों ने पहले जयपुर में इन नोटों को बदलने की कोशिश की थी, लेकिन वहां इन नोटों के बदले में केवल 10 फीसदी ही रकम मिल रही थी जबकि गाजियाबाद के डीलर ने 15 फीसदी रकम देने का वादा किया था इसके बाद वह तीनों ही यहां पहुंच कर गाजियाबाद के डीलर के आने का इंतजार कर रहे थे इतने पुलिस आ गई, जिसे देखकर मंजीत मान और नरेंद्र गिरी गाड़ी लेकर यहां से भागने में सफल हो गए ऐसे में पुलिस इन दोनों को पकड़ने के लिए दबिश तेज कर दी है इसी के साथ पुलिस गाजियाबाद के उस डीलर की भी तलाश में जुटी है, जिसके साथ इनकी डील हुई थी