फतेहपुर बाराबंकी। तहसील क्षेत्र में किसानों द्वारा खेतो में पराली जलाने की सबसे अधिक सूचना मिल रही है। जिसको लेकर ब्लाक सभागार में सीडीओ आर सूदन की अध्यक्षता में ग्राम प्रधानों के साथ बैठक की गई। जिसमे ग्राम पंचायतों में रैली निकालकर व डुग्गी मियादी कराकर लोगो को जागरूक करने के निर्देश प्रधानों को दिए गए है।
सोमवार को ब्लाक सभागार में आयोजित बैठक में सीडीओ ने कहा कि आलू बुवाई के चक्कर में तेजी से खेत खाली करने के कारण किसान जल्दबाजी में नुकसान उठा लेता है। सेटेलाइट से कोई भी बच नही सकता है,जो व्यवस्था बनी हुई है उसी के अनुसार कार्य करे इसका अनुपालन करना भी सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि किसानों को रास्ता दिखाना है की पराली का उपयोग किस तरह से करे, किसानों को जागरूक करे की पराली जलाने से उसके क्या दुष्प्रभाव है उसको भी बताए। एसडीएम राजेश कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि अधिकतर ग्राम पंचायतों में गौशाला है पराली काटने के बाद गाैशालाओ में भेज सकते है। जानकारी के अभाव में किसान 2500, फिर 5000 का उसके बाद 15000 तक का जुर्माना अदा करना पड़ता है। पराली जलाने के संबंध में किसानों को कोई परेशानी न हो जिसको लेकर किसानों से वार्ता कर उनको जागरूक करे। किसान कितनी मेहनत करके फसल को तैयार करता है की उसका फायदा मिलेगा लेकिन जागरूकता के अभाव में अपना नुकसान करा लेते है। इस लिए ग्राम प्रधानों को लोगो को जागरूक करने की आवश्यकता है।
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एसडीएम ने विभिन्न गांव में पराली जलाने वाले 28 किसानों पर पौने दो लाख रूपये का जुर्माना वसूले जाने से किसानों में हड़कम्प मच गया है। एसडीएम ने बताया कि पराली जलाने वाले क्षेत्र के 28 किसानों पर पौने दो लाख रूपये का जुर्माना लगाया गया है। वही जांच में छह ऐसी कम्पाइन मशीनें सीज की गयी हैं जिनमें एक्सट्रा मैनेजमेन्ट सिस्टम नहीं लगा था। कार्यक्रम में सीओ जगत कनौजिया, बीडीओ सन्तोष कुमार सिंह सहित काफी संख्या में किसान व क्षेत्र पंचायत सदस्य उपस्थित रहे।