इस्लामाबाद। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक कोयला खदान में रॉकेट और ग्रेनेड से हुए हमले में कम से कम 20 लोग मारे गए और सात अन्य घायल हो गए। इस हमले की अभी तक किसी भी आतंकवादी संगठन या समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली है। उल्लेखनीय है कि बलूचिस्तान में अगस्त में हुए आतंकी हमलों में कम से कम 50 लोगों की जान चली गई थी।
डॉन अखबार की खबर के अनुसार, आज बलूचिस्तान के डुकी इलाके में निजी कोयला खदान पर हथियारबंद लोगों के हमले में कम से कम 20 खनिक मारे गए और सात घायल हो गए। डुकी पुलिस स्टेशन के एसएचओ हुमायूं खान ने कहा है कि हथियारबंद लोगों के एक समूह ने तड़के डुकी इलाके में जुनैद कोल कंपनी की खदानों पर हथियारों से हमला किया। हमलावरों ने रॉकेट और ग्रेनेड भी दागे। डुकी जिला अस्पताल के डॉक्टर जौहर खान शादीजई ने कहा कि जिला अस्पताल में अब तक 20 शव और छह घायल भेजे गए हैं। अधिकारियों के अनुसार, किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
जिला परिषद अध्यक्ष खैरुल्ला नासिर ने भी घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि बदमाशों ने हमले में हैंड ग्रेनेड, रॉकेट लॉन्चर और अन्य आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया। हमलावरों ने खान की मशीनरी में भी आग लगा दी। नासिर ने कहा कि सूचना मिलते ही जिला प्रशासन, पुलिस और फ्रंटियर कोर की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं। डुकी के जिला उपायुक्त कलीमुल्लाह काकर और सहायक आयुक्त, फंटियर कोर कमांडेंट और डुकी के पुलिस अधीक्षक ने मौके का जायजा लिया है।
जिला उपायुक्त कक्कड़ ने कहा कि पीड़ित पाकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों के साथ-साथ अफगानिस्तान के भी थे। सातों घायलों को लोरलाई तहसील मुख्यालय स्थानांतरित कर दिया गया है। घटना की जांच आतंकवाद निरोधक विभाग करेगा। उन्होंने कहा कि इस खदान पर हमले का खुफिया अलर्ट मिलते ही इस सूचना से खदान मालिक को अवगत करा दिया गया था।
यह हमला तब हुआ है जब पाकिस्तान 15 और16 अक्टूबर तक इस्लामाबाद में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने की तैयारी कर रहा है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे आतंकी हमला करार देते हुए अधिकारियों से इस पर रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने मारे गए खनिकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। कार्यवाहक राष्ट्रपति सैयद यूसुफ रजा गिलानी ने घटना पर खेद व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह क्रूरता की पराकाष्ठा है।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने आतंकवादियों के खिलाफ तत्काल और प्रभावी कार्रवाई करने का आदेश दिया है। उन्होंने निर्देश दिया कि उपद्रवियों को प्रतिबंधित करने और उनका पता लगाने के लिए क्षेत्र की घेराबंदी की जाए। बुगती ने कहा कि आतंकवादियों ने मजदूरों को निशाना बनाकर क्रूरता और उत्पीड़न की हदें पार कर दी हैं। पीटीवी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने भी सशस्त्र हमले की निंदा की और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
फितना अल-खवारिज के तीन आतंकी मारे गए
एआरवाई न्यूज चैनल के अनुसार, आतंकवाद निरोधक विभाग ने आज बलूचिस्तान के धादर में सिबी के पास अभियान में फितना अल-खवारिज के तीन आतंकवादियों को मार गिराया। आतंकवादी के कब्जे से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए।
पिछले साल 789 आतंकी हमले, 1524 की मौत
पिछले साल (2023) पाकिस्तान को 789 आतंकी हमलों का सामना करना पड़ा। इन हमलों में 1,524 लोगों की मौत हुई और 1,463 लोग घायल हुए। यह आंकड़ा पिछले छह साल में सर्वाधिक है। जनवरी 2021 में पाकिस्तान के माच कोयला क्षेत्र में शिया हजारा समुदाय के 11 कोयला खनिकों की आंखों पर पट्टी बांधकर हत्या कर दी गई थी। आतंकवादी इस्लामिक स्टेट समूह ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी।