आईएमए की चेतावनी : सरकार ने कदम नहीं उठाए तो उठाएंगे कठोर कदम, जिससे पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था हिल जाएगी

कोलकाता। देशभर के डॉक्टरों के संगठन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने राज्य सरकार को कड़ी चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो वे ‘कठोरतम’ कदम उठाने को मजबूर होंगे। शुक्रवार को दिल्ली से आईएमए के अध्यक्ष आरवी अशोकन धरमतला के अनशन स्थल पर पहुंचे, जहां वह आंदोलनरत डॉक्टरों से मिले। वह डा. अनिकेत महतो से मुलाकात करेंगे। इसके बाद आईएमए की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जाए़गी, जिसमें आगे की रणनीति का खुलासा किया जाएगा।

आईएमए बंगाल के कार्यकारी दल के अध्यक्ष सौरव दत्ता ने कहा, “हमारे साथी जीवन जोखिम में डालकर इस अनशन में शामिल हैं लेकिन सरकार की तरफ से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। हम न केवल निराश हैं बल्कि गुस्से में भी हैं। अगर आज शाम तक सरकार ने कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया, तो हमें कठोर निर्णय लेने पर मजबूर होना पड़ेगा। हमने इस बारे में कल भी पत्र भेजा था, और अगर सरकार ने आज कोई कार्रवाई नहीं हुई तो प्रेस कॉन्फ्रेंस में हम अपनी अगली रणनीति का खुलासा करेंगे।”

एक सवाल के जवाब में सौरव दत्ता ने कहा, “अभी कुछ नहीं कह सकते लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि यह निर्णय स्वास्थ्य व्यवस्था को झकझोर कर रख देगा।”

गुरुवार की रात को आईएमए बंगाल की तरफ से भी राज्य प्रशासन को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यही चेतावनी दी गई थी। इसमें कहा गया कि जूनियर डॉक्टरों का आमरण अनशन चल रहा है, और धीरे-धीरे उनकी तबीयत बिगड़ रही है। आईएमए ने चिंता जताई कि अगर स्थिति जल्दी नहीं सुधरी तो गंभीर परिणाम हो सकते हैं। इस चेतावनी के साथ आईएमए बंगाल के डॉक्टरों ने राज्य सरकार से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की थी।

शुक्रवार को धर्मतल्ला में जूनियर डॉक्टरों के आमरण अनशन का सातवां दिन है। ये डॉक्टर पिछले शनिवार से अनशन पर बैठे हुए हैं। गुरुवार को डॉक्टर अनिकेत महतो की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें रात में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इसके बाद आईएमए ने तुरंत समाधान की अपील की। इसी दिन, ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (एफएआईएमए) की तरफ से भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक पत्र भेजा गया, जिसमें चेतावनी दी गई है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो देशभर में चिकित्सा सेवाएं बंद कर दी जाएंगी। इन चेतावनियों के बाद सरकार पर दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है।

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