देहरादून। विगत वर्ष जोशीमठ में हुए भू-धंसाव के बाद ज्योर्तिमठ के संरक्षण को शासन स्तर पर की गई सार्थक पहल के लिए मूल निवासी स्वाभिमान संगठन ने बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय का आभार जताया है।
बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय को लिखे पत्र में मूल निवासी स्वाभिमान संगठन ज्योर्तिमठ के अध्यक्ष और बदरीनाथ धाम के पूर्व धर्माधिकारी भुवन चन्द्र उनियाल और सचिव समीर डिमरी ने कहा कि बीकेटीसी अध्यक्ष की पहल से ही आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन और गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय ज्योर्तिमठ पहुंचे और एक सकारात्मक वार्ता हुई। उन्होंने कहा कि हम इस वार्ता के लिए ज्योर्तिमठ निवासी विगत दो वर्ष से प्रतीक्षारत थे।
उन्होंने कहा कि विशेष बात यह कि दोनों अधिकारियों के साथ जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी भी ज्योर्तिमठ के लोगों के बीच बातचीत को पहुंचे। पदाधिकारियों ने आशा प्रकट की कि बीकेटीसी अध्यक्ष के सकारात्मक प्रयासों से हुई वार्ता के क्रियान्वयन से ज्योर्तिमठ सुरक्षित होगा। इस पहल से बहुत ही सकारात्मक ऊर्जा पूरे ज्योर्तिमठ में आयी है।
संगठन ने संयुक्त बयान में कहा कि सभी ज्योतिर्मठ निवासी बीकेटीसी अध्यक्ष का हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि भविष्य में भी बीकेटीसी अध्यक्ष का सहयोग ज्योर्तिमठ को मिलता रहेगा।
उल्लेखनीय है कि बीते 24 सितंबर को बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन से बातचीत की और इस बात पर सहमति बनी कि आपदा प्रबंधन सचिव व आयुक्त गढ़वाल मंडल सहित चमोली जिलाधिकारी ज्योर्तिमठ भू धंसाव आपदा पीड़ितों से मिलेंगे। इस दौरान ज्योर्तिमठ की सुरक्षा के लिए सर्वमान्य समाधान पर वार्ता करेंगे। इसी क्रम में बीते आठ अक्टूबर को आपदा प्रबंधन सचिव सहित आयुक्त व जिलाधिकारी ने संयुक्त रूप से सभी संगठनों/ संस्थाओं , व्यक्तियों से बातचीत की तथा ज्योर्तिमठ में ड्रेनेज सिस्टम, सीवरेज प्लांट, प्रोटेक्शन वाल, भवन निर्माण अनुमति, विस्थापन विकल्प आदि पर विचार-विमर्श हुआ। मूल निवासी स्वाभिमान संगठन भी इस वार्ता में शामिल था।