शिमला। हिमाचल प्रदेश में धूप खिलने से दिन में तो मौसम खुशगवार बना हुआ है। हालांकि सुबह-शाम व रात के समय पारा गिरने से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। जनजातीय इलाकों में लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में पारा जमाव बिंदू के करीब पहुंच गया है और यहां के प्राकृतिक जलस्त्रोतों व झरनों का पानी जमना शुरू हो गया है।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक वीरवार को राज्य के औसतन न्यूनतम तापमान में 0.3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। लाहौल-स्पीति जिला का मुख्यालय केलांग सबसे ठंडा स्थल रहा, जहां न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पिछली रात केलांग में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस था। लाहौल-स्पीति जिले के ही कुकुमसेरी में पारा 4.2 डिग्री और किन्नौर के कल्पा में 5.5 डिग्री और समधो में 7.1 डिग्री सेल्सियस रहा।
शिमला से ठंडे हुए कांगड़ा और सुंदरनगर
राज्य के मेदानी इलाकों में भी ठंड का असर देखा जा रहा है। आलम यह है कि कांगड़ा और सुंदरनगर की रातें शिमला से ठंडी हो गई हैं। इसी तरह सोलन और पालमपुर में भी शिमला से ज्यादा ठंड पड़ रही है। वीरवार को शिमला का न्यूनतम पारा 14 डिग्री सेल्यिस रहा, जबकि कांगड़ा में 13 डिग्री, सुंदरनगर में 11.6 डिग्री सेल्सियस, पालमपुर में 13.5 डिग्री और सोलन में 12.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
अन्य शहरों की बात करें तो विख्यात पर्यटन नगरी मनाली में न्यूनतम तापमान 9.9 डिग्री, डल्हौजी में 14.8 डिग्री, भरमौर में 10.5 डिग्री, सराहन में 11.5 डिग्री, भुंतर में 11.2 डिग्री, धर्मशाला में 16 डिग्री, ऊना में 15.5 डिग्री, नाहन में 17.7 डिग्री, मंडी में 15.1 डिग्री, बिलासपुर में 15.7 डिग्री, चंबा में 13 डिग्री, जुब्बड़हट्टी में 16.8 डिग्री, सियोबाग में 12 डिग्री, धौलाकूआं में 20 डिग्री, बरठीं में 15 डिग्री, कसौली में 16.3 डिग्री, पांवटा साहिब में 23 डिग्री, सराहन में 11.5 डिग्री, देहरा गोपीपुर में 17 डिग्री, मशोबरा में 13.5 डिग्री, नेरी में 17.8 डिग्री और सैंज में 12.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
प्रदेश भर में 16 अक्तूबर तक नहीं होगी बारिश-बर्फबारी
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक प्रदेश में एक हफ्ते तक मौसम साफ बना रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि आगामी 16 अक्तूबर तक प्रदेश में बारिश-बर्फबारी होने की संभावना नहीं है। इस दौरान अधिकतम तापमान में खास बदलाव नहीं आएगा, लेकिन न्यूनतम तापमान में गिरावट आने से रातों में ठंड का असर बढ़ेगा।