किसान की आवाज दबाने के लिए लेखपाल ने बुलडोजर को बनाया हथियार

डीएम से हुई है शिकायत, गर्दिश में आ सकते है सितारे

अमृत सरोवर में जबरन शामिल किया जा रहा गरीब किसान का खेत

सीतापुर। राजस्व लेखपाल शिवेन्द्र कुमार जायज मकानों पर भी बुलडोजर चलवा देते है और कागजों को दुरूस्त कर अधिकारियों के सामने पेश करते है और अधिकारी उन्ही कागजों पर भरोसा करते हुए सत्य मान लेते है लेकिन अब ऐसा नही होगा क्येाकि हकीकत जिलाधिकारी के संज्ञान में आ चुकी है। अब लेखपाल प्रधान, सचिव के कहने पर एक किसान की जमीन को हड़पने की कोशिश कर रहा है। पीड़ित के खेत की कई बार पैमाइस हुई नपाई हुई हर बार नपाई की सीमा अलग अलग साबित हो रही हैं। पीड़ित किसान की माने तो करीब एक बीघे के आस पास उसका खेत अमृत सरोवर के नाम पर कब्जा किये जाने की कोशिश लगातार की जा रही है। इसका विरोध किसान ने किया तो उसके साथ अधिकारियों का ठीक व्यवहार नही रहा लेखपाल लगातार किसान को धमकी दे रहा है। ऐसे हालातों से परेशान होकर किसान ने एक शिकायती प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी को देकर न्याय की मांग की है। जिलाधिकारी को दिये गये प्रार्थना पत्र में लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पुत्र चुन्नीलाल त्रिपाठी निवासी ग्राम बीहट वीरम ब्लाक व थाना मछरेहटा तहसील मिश्रिख ने कहा है कि ग्राम पंचायत समिति प्रधान और सचिव द्वारा ग्राम पंचायत के विकास कार्यो को ध्यान में रखकर सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अमृत सरोवर का कार्य तालाब पर कराया जा रहा हैं ग्राम पंचायत में चल रहे निर्माण कार्य तालाब के पास पीड़ित का खेत गाट संख्या 591/0.810 हे. है जिस पर लल्लूराम, शिवनारायन, श्यामपती, रामनरायन, रामकुमार, कृषि कार्य करके अपने परिवार का पेट पाल रहे है। लेखपाल, प्रधान और सचिव मिली भगत करके अवैध तरीके से हमारे खेत पर कब्जा कर रहे है जितनी बार नपाई करवाई गई उतनी आर हमारे खेत की अलग अलग सीमाओं को निर्धारित किया गया जो इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि नापजोख में हमारे खेत पर कब्जा किये जाने की कोशिश की जा रही है। शिकायती प्रार्थना पत्र में पीड़ित ने यह भी कहा है कि जब हमने लेखपाल शिवेन्द्र से कहा तो उन्होेन कहा कि हम नाजायज काम को जायज कर देते है। भरोसा न हो तो मेरे बारे में महेाली जाकर पता करना है कि हमने कितने जायज मकानों पर बुलडोजर चलवा दिया है।

बाक्स- तालाब का सौन्दर्यीकरण करवाने के लिये अमृत सरोवर के तहत कार्य कराया जा रहा है। अगर किसान को कोई दिक्कत है तो शिकायती पत्र दे किसान की जमीन की पैमाइश करवा दी जायेगी- अजय कुमार तहसीलदार मिश्रिख-सीतापुर।

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