बिहार के जहानाबाद जिले में पूर्व मुखिया ने चुनाव में हार जाने के बाद बनी बनाई सड़क उखाड़ दी

बिहार के जहानाबाद जिले में एक मुखिया की दबंगई का अनोखा मामला सामने आया है चुनाव हारने के बाद मुखिया ने गुस्से में आकर बनी बनाई सड़क को ही उखाड़ दिया है अब यह मामला डीएम के पास पहुंचा है जिले के नौरू पंचायत के पूर्व मुखिया नागेंद्र यादव उर्फ छोटन यादव के ऊपर खुद की ही बनी बनाई सड़क को उखाड़ देने का आरोप लगा है सड़क उखाड़े जाने के बाद लोगों में पूर्व मुखिया का लेकर भारी विरोध है

नरेंद्र यादव उर्फ छोटन यादव लगातार दो बार से मुखिया का चुनाव जीत रहे थे, लेकिन पिछले चुनाव में वह हार गए चुनाव हारने के बाद उन्होंने नौरू से सिंबल बीघा गांव की ओर जाने वाली बनी बनाई सड़क को उखाड़ दिया जानकारी के अनुसार पूर्व मुखिया का कहना था कि लोगों ने उनको वोट नहीं दिया है इसलिए मैं रोड भी नहीं रहने दूंगा उधर सड़क को उखाड़े जाने के बाद आक्रोशित गांव वाले जिलाधिकारी अलंकृता पांडे से मिलने पहुंचे और उनको पूरे मामले की जानकारी दी.

हार के बाद पूर्व मुखिया ने उखाड़ी सड़क
जानकारी के अनुसार अपने कार्यकाल में ही नागेंद्र यादव ने इस सड़क पर ईंट की सोलिंग करवाई थी सड़क उखाड़े जाने के बाद जिला प्रशासन ने मामले की जांच शुरू करवा दी है गांव वालों ने बताया कि वर्तमान मुखिया इस सड़क पर पीसीसी करना चाह रहे थे, लेकिन वोट नहीं देने से नाराज होने के बाद पूर्व मुखिया छोटन यादव ने गांव वालों से बदला लेने के लिए पीसीसी ढलाई से पहले ही बनी बनाई सड़क को उखाड़ दिया

DM ने दिए जांच के आदेश
मामला के संज्ञान में आने के बाद डीएम अलंकृत पांडे ने सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी को इस मामले की जांच करने की जिम्मेदारी दी है साथ ही साथ उन्होंने जांच करके दोषियों पर कार्रवाई करने का भी आदेश दिया है डीएम के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंचे गांव वालों के साथ नौरू पंचायत के मुखिया श्याम बिहारी सिंह ने कहा कि इस सड़क का निर्माण 20 साल पहले जिला परिषद कार्यालय के द्वारा किया गया था

ट्रैक्टर से उखाड़ी सड़क
सड़क में मिट्टी भराई और सोलिंग का काम हुआ था 20 साल होने के बाद सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी. लोगों को आने-जाने में दिक्कत हो रही थी इसलिए गांव वालों की मांग पर तत्काल हम लोगों ने मरम्मती का काम कराने की योजना बनाई थी योजना ग्राम सभा में पारित भी हो गई थी सड़क मरम्मत का काम चालू करने के लिए जब मिट्टी भराई और रोड़ा गिराया गया तो, पूर्व मुखिया ने आकर काम रोक दिया और फिर ट्रैक्टर से रोड़ उखाड़ दी

10 हजार लोग हुए प्रभावित
इस रोड के उखड़ जाने से पांच गांव के करीब 10 हजार लोग प्रभावित हुए हैं वहीं ग्रामीण महेंद्र यादव ने बताया कि पूर्व मुखिया को हमने कई बार जिताया उन्होंने कुछ ईंटों की सोलिंग सड़क पर करवा दी थी उनसे कई बार पक्की सड़क की मांग की गई सड़क बनने की उम्मीद में हम लोगों ने 15 साल गुजार दिए, लेकिन उन्होंने सड़क निर्माण नहीं कराया 15 साल के बाद हम लोगों ने उनको वोट नहीं देकर दूसरे उम्मीदवार को वोट दिया था वर्तमान मुखिया ने सड़क बनवाने की शुरुआत कर दी थी, तब पूर्व मुखिया ने कहा कि सड़क नहीं बनने देंगे और ट्रैक्टर से सड़क उखाड़ दी

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