बुर्किना फासो के बार्सालोघो शहर में हुए भीषण हमले ने देश को हिला कर रख दिया है अगस्त में हुए इस हमले में अल-कायदा से जुड़े आतंकवादियों ने कुछ ही घंटों में 600 से अधिक लोगों की हत्या कर दी इस नरसंहार में मारे गए अधिकांश लोग महिलाएं और बच्चे थे, जो इस देश के इतिहास का सबसे भयावह अध्याय है
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, 24 अगस्त को बार्सालोघो के बाहरी इलाके में ग्रामीणों पर गोलीबारी की गई ये ग्रामीण सेना के आदेश पर शहर की रक्षा के लिए खाइयां खोद रहे थे अल-कायदा से जुड़े जमात नुसरत अल-इस्लाम वाल-मुस्लिमीन (जेएनआईएम) ने हमले को अंजाम दिया, जिसमें स्थानीय लोगों को एक दिन तक लगातार निशाना बनाया गया
हमले से बचने वाले कुछ लोगों ने अपनी दर्दनाक आपबीती साझा की एक गवाह ने बताया कि वह खाई में काम कर रहा था जब पहली गोली चली उसने बताया कि वह खाई में रेंगकर छिपने की कोशिश कर रहा था, लेकिन हमलावर खाइयों तक पहुंच गए हर जगह खून था, और चीख-पुकार मची हुई थी उसने एक झाड़ी में छिपकर अपनी जान बचाई
हमले के बाद, तीन दिनों तक शवों को इकट्ठा किया जाता रहा. एक अन्य गवाह ने बताया कि शव इतने अधिक थे कि दफनाने की प्रक्रिया भी मुश्किल हो गई थी सेना ने कथित तौर पर स्थानीय लोगों को शहर के चारों ओर खाई खोदने का आदेश दिया था ताकि जिहादियों से बचा जा सके, लेकिन जेएनआईएम ने नागरिकों को चेतावनी दी थी कि वे सेना का साथ न दें इस हमले ने बुर्किना फासो में पहले से जारी जिहादी विद्रोह और अस्थिरता को और गहरा कर दिया है