लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) की प्रतिवर्ष होने वाली अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक इस वर्ष 24 अक्टूबर 2024 से वृन्दावन के परखम में होगी। बैठक में पूरे समय सरसंघचालक डा. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले व सभी छह सह सरकार्यवाह जिनमें डा. कृष्ण गोपाल, के.सी.मुकुंद, अरूण कुमार, रामदत्त चक्रधर, आलोक कुमार व अतुल लिमये उपस्थित रहेंगे।
संघ से जुड़े एक पदाधिकारी ने बताया कि बैठक में देशभर से संघ दृष्टि से 11 क्षेत्रों के क्षेत्र संघचालक, सह क्षेत्र संघचालक,क्षेत्र प्रचारक,सह क्षेत्र प्रचारक, क्षेत्र कार्यवाह व सह क्षेत्र कार्यवाह शामिल होंगे। इसके अलावा सभी प्रान्तों के प्रान्त संघचालक, सह प्रान्त संघचालक, प्रान्त कार्यवाह, सह प्रान्त कार्यवाह, प्रान्त प्रचारक व सह प्रान्त प्रचारक भी कार्यकारी मण्डल की बैठक में रहते हैं।
उन्होंने बताया कि संघ की इस कार्यकारी कार्यकारी मण्डल की बैठक में समवैचारिक संघठनों के प्रमुख पदाधिकारी भी हिस्सा लेते हैं। बताया कि भारतीय जनता पार्टी, विश्व हिन्दू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्, विद्या भारती, भारतीय मजदूर संघ, भारतीय किसान संघ सहित विविध संगठनों के अखिल भारतीय संगठन मंत्री भी बैठक में बुलाये गए हैं।
शताब्दी वर्ष की कार्ययोजना पर होगी चर्चा
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2025 में संघ कार्य को शुरू हुए 100 वर्ष हो रहे हैं। डा.केशव बलिराम हेडगेवार ने नागपुर में 1925 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी। शताब्दी वर्ष के निमित्त संघ ने पंच परिवर्तन विषय जिसमें सामाजिक समरसता, कुटुम्ब प्रबोधन, पर्यावरण,स्वदेशी व नागरिक कर्तव्य विषय को लेकर संघ के बीच जाने वाला है। साथ ही पिछले दो तीन वर्षों से कार्य विस्तार पर संघ का फोकस रहा है। इस दौरान बड़ी संख्या में संघ ने शताब्दी विस्तारक भी निकाले हैं। इस बैठक में संघ शताब्दी की दृष्टी से कार्य योजना पर विस्तृत चर्चा होगी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संयुक्त क्षेत्र के प्रचार प्रमुख कृपा शंकर ने इसकी पुष्टि की है।