कोलकाता। बंगाल की खाड़ी के मध्य-पश्चिमी हिस्से में नए निम्न दबाव क्षेत्र बनने के बाद पश्चिम बंगाल के 18 जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है। इसे देखते हुए राज्य के कई हिस्सों में अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तर बंगाल के तीन जिलों- अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी और कलिम्पोंग में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में भारी बारिश के बाद नए भूस्खलन की आशंका है। बुधवार को भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 10 का एक हिस्सा भूस्खलन की वजह से बाधित हो गया।
अधिकारियों के अनुसार, दक्षिण बंगाल के पांच जिलों में ऑरेंज अलर्ट और 10 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस नए निम्न दबाव क्षेत्र के बनने से प्रशासन के लिए अतिरिक्त समस्याएं खड़ी हो गई हैं, खासकर जब राज्य में बाढ़ की स्थिति में थोड़ी बहुत सुधार शुरू हो ही रहा था।
एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि अगर आने वाले कुछ दिनों में भारी बारिश होती है तो दामोदर वैली कॉरपोरेशन (डीवीसी) के बैराजों से अतिरिक्त बाढ़ का पानी छोड़ा जाएगा, जिससे स्थिति और खराब हो सकती है।
डीवीसी स्टाफ एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर राज्य सरकार से दामोदर वैली रिजर्वायर रेगुलेशन कमेटी (डीवीआरआरसी) से अपना प्रतिनिधित्व वापस लेने के फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है। एसोसिएशन के महासचिव अशोक घोष ने कहा कि राज्य सरकार के इस निर्णय से डीवीसी के कामकाज को कॉर्पोरेटाइज करने की केंद्र सरकार की योजना को बढ़ावा मिलेगा।