आधार सेंटर पर वसूली के खिलाफ लामबंद हुए भाकियू पदाधिकारी

सौंपा उपजिलाधिकारी को ज्ञापन, की कार्यवाही करने की मांग

हैदरगढ़ बाराबंकी। आधार कार्ड सेंटर पर संचालक द्वारा शासन से निर्धारित रेट से कई गुना ज्यादा दाम वसूल कर गरीब व्यक्तियों का जमकर शोषण करने व शिकायत के बावजूद भी जिम्मेदार अधिकारी द्वारा कोई कार्यवाही न किए जाने से नाराज भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीयतावादी के जिलाध्यक्ष ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देकर संचालक के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने की मांग की है। मंगलवार को उपजिलाधिकारी को दिए गए ज्ञापन में जिला अध्यक्ष विधि चंद यादव ने बताया की बीएसएनएल ऑफिस हैदरगढ़ में आधार कार्ड सेंटर चल रहा है जहां पर प्रतिदिन सैकड़ों लोग अधार कार्ड संशोधन फिंगरप्रिंट करवाने के लिए दूर दराज के गांव से चलकर लोग आते है जहां पर तैनात कर्मचारी द्वारा शासन से निर्धारित रेट से ज्यादा दाम प्रति व्यक्ति दो सौ से लेकर चार सौ रुपए तक वसूल कर गरीब व्यक्ति का शोषण किया जा रहा है। जिसकी कोई रसीद भी नहीं दी जाती है और शिकायत करने पर आधार कार्ड निरस्त करने की धमकी भी दी जाती है जिसके भय से लोग शिकायत करने से हिचकते है।

बताया जाता है की कुछ चुनिंदा जनसेवा केंद्र संचालक से सेटिंग के तहत भेजे जाने वाले व्यक्तियों का आधार आसानी से बना दिया जाता है वही आम आदमी को महीनों का टोकन देकर वापस कर दिया जाता है। जिससे लोग काफी परेशान हो रहे हैं। जिलाध्यक्ष ने बताया की हैदरगढ़ ब्लाक में मात्र चंद आधार कार्ड सेंटर ही संचालित किए जा रहे हैं जहां पर कभी मशीन खराब तो कभी नेटवर्क न होने का हवाला देकर लोगो को वापस कर दिया जाता है। कई दिनों तक चक्कर काटने के बाद बमुश्किल ही आधार कार्ड बन पाते है। इसी मजबूरी का फायदा उठाते हुए संचालक मनमानी पैसा लेकर गरीब व्यक्तियों का शोषण किया जा रहा है। जिला अध्यक्ष ने चेतावानी दी और कहा की आधार कार्ड सेंटर पर खुलेआम की जा रही धांधली पर अंकुश नहीं लगाया गया अवैध वसूली करने वाले संचालक के विरुद्ध कोई वैधानिक कार्रवाई नहीं की गई, तो हमारा संगठन धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी। इस मौके पर मुख्य रूप से जग प्रसाद, त्रिभुवन, आशा देवी, तारावती, सुनीता कनौजिया, प्रवीन सिह, सुमन यादव, अब्दुल बारी, अफताब आलम, मोहम्मद शरीफ, अस्तित्व प्रताप सिंह, राजेन्द्र यादव जगप्रसाद सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

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