जेआईटी में आयोजित हुआ वेबिनार, छात्रों ने जानी कंप्यूटर की बारीकियां

बाराबंकी। जहांगीराबाद इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी बारबंकी में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग द्वारा शनिवार को एज कंप्यूटिंग-डेसेंट्रलीसेड डाटा प्रोसेसिंग शीर्षक पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसमे डॉ अब्दुल बारी प्रोफेसर एंड डीन ऑफ़ एकेडेमिक्स आईएसएल इंजीनियरिंग कॉलेज हैदराबाद के मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए। डॉ अब्दुल बारी ने बताया कि एज कंप्यूटिंग में डेटा स्टोरेज और कंप्यूटेशन को उस स्थान के करीब रखना शामिल है जहाँ इसकी आवश्यकता है। इसके परिणामस्वरूप बेहतर प्रतिक्रिया समय और कम बैंडविड्थ उपयोग होता है जो एज कंप्यूटिंग के प्रमुख लाभ हैं तथा उन्होंने अन्य लाभों और डीसेंट्रलाइज्ड डेटा प्रोसेसिंग में इसके अनुप्रयोगों एवं इसकी वास्तुकला कार्यान्वयन और लेटेंसी को कम करने और आईओटी सिस्टम में रियल-टाइम डेटा प्रोसेसिंग में सुधार पर चर्चा की।

प्रिंसिपल इंजीनियर और इनोवेशन और इंक्यूबेशन सेंटर के हेड डॉ फैजान ने बताया कि एज कंप्यूटिंग को लागू करने के शीर्ष लाभों में से एक डेटा को इकट्ठा करने और उसका विश्लेषण करने की क्षमता है जहाँ इसे एकत्र किया जाता है तथा उन समस्याओं को पकड़ना और ठीक करना जो डेटा को प्रोसेस और विश्लेषण के लिए केंद्रीय सर्वर या क्लाउड पर भेजे जाने पर जल्दी से पहचाने नहीं जा सकते थे। कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के एच ओ डी श्री सादिक अंसारी ने बताया कि डेसेंट्रलीसेड डाटा प्रोसेसिंग में डाटा टीम की सहायता के बिना ही व्यावसायिक उपयोग करने वाले लोग डाटा का विश्लेषण कर सकते है तथा डाटा प्रोसेसिंग के तहत जटिल कार्यो को छोटे छोटे कार्यो में बाटकर डाटा को तेज़ी से प्रोसेस किया जा सकता है।
इस वेबिनार कार्यक्रम में विभाग के समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं समेत लगभग 100 छात्र छात्राएं शामिल रहे तथा छात्र छात्राओं द्वारा पूछे गए विभिन्न प्रश्नो के उत्तर भी दिए गए।

Related Articles

Back to top button