नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की याचिका पर सुनवाई 30 सितंबर तक के लिए टाल दी है। मेनका गांधी ने उत्तर प्रदेश की सुलतानपुर सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद रामभुआल निषाद के निर्वाचन को चुनौती दी है।
शक्रवार को सुनवाई के दौरान जस्टिस सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली बेंच के समक्ष मेनका गांधी की ओर से पेश वरिष्ठ वकील सिद्धार्थ लूथरा ने कुछ फैसले रखने के लिए समय देने की मांग की, जिसके बाद कोर्ट ने सुनवाई 30 सितंबर तक के लिए टाल दी।
याचिका में मेनका गांधी ने आरोप लगाया है कि रामभुआल निषाद ने अपने नामांकन के साथ दाखिल हलफनामे में उनके खिलाफ दर्ज 12 मुकदमों में सभी की जानकारी नहीं दी। मेनका गांधी ने अलग से एक याचिका दाखिल कर जनप्रतिनिधित्व कानून के उस प्रावधान को भी चुनौती दी है, जिसमे इलेक्शन पिटीशन दाखिल करने की समय सीमा का भी उल्लेख किया गया है।
मेनका गांधी ने रामभुआल के निर्वाचन को इलाहाबाद हाई कोर्ट में चुनौती दी थी। हाई कोर्ट ने मेनका गांधी की याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दी कि याचिका समय सीमा के बाद दाखिल की गई है।