हमीरपुर जिले में त्यागमूर्ति स्वामी ब्रह्मानंद जी के निर्वाण दिवस पर ब्रह्मानंद महाविद्यालय के अखंड मंदिर हॉल में स्वामी ब्रह्मानंद पुरस्कार 2024 का भव्य आयोजन किया गया। स्वामी ब्रह्मानंद पुरस्कार समिति द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले फैजल खान सर को सम्मानित किया। खान सर के पहुंचते ही युवाओं की भीड़ उमड़ पड़ी, जिसको लेकर पुलिस-प्रशासन सतर्क रहा।
मुख्य अतिथि पद्म श्री डॉ बी.के.एस. संजय विशिष्ट अतिथि सुश्री मेघा परमार ने स्वामी ब्रह्मानंद का स्टेच्यू, मेडल, सनद, दस हजार रुपये सम्मान राशि व समिति के सदस्य ने अंग वस्त्र प्रदान किए। खान सर के नाम से विख्यात फैजल खान ने सम्मान समारोह में आते ही बुंदेलखंड की धरती को नमन किया। उन्होंने कहा कि स्वामी ब्रह्मानंद का जन्म नहीं, बल्कि अवतार हुआ था।
बुंदेलखंड की धरती का सौभाग्य रहा कि स्वामी ब्रह्मानंद ने इतने कम समय में शिक्षा की ऐसी ज्योति जलाई, जिसकी लौ आज भी जगमगा रही है। जरूरत है स्वामी ब्रह्मानंद के काम को आगे बढ़ने की। शिक्षा एक ऐसा हथियार है, जिसका बारूद खत्म नहीं होता। स्वामी जी ने इतना बड़ा शिक्षा का मंदिर बनाया है। इसे आगे बढ़ाया जाए।
बुंदेलखंड की धरती में क्या कमीं रह गई
स्वामी ब्रह्मानंद महाविद्यालय को विश्वविद्यालय न बनाए जाने का उन्होंने दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विद्यालय और न ही राज्य विद्यालय बन सका। बुंदेलखंड की धरती में क्या कमीं रह गई। इस मौके पर मनोहर सिंह, डॉ. सुरेंद्र सिंह, मुकेश राजपूत, हरचरन फौजी, नरेंद्र राजपूत, धर्मपाल सिंह, ऋषि राजपूत, देवेंद्र महान, रामसजीवन यादव आदि रहे।